Jyoti Malhotra Arrest: जानिए कौन हैं यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा? पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में हुई गिरफ्तार

मशहूर ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 21 May 2025, 12:17 PM IST
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नई दिल्ली: हरियाणा के हिसार की मशहूर ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हिसार पुलिस ने 17 मई को उन्हें हिरासत में लिया और कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, ज्योति अपने यूट्यूब चैनल 'ट्रैवल विद जो' के लिए जानी जाती हैं, जिसपर उनके 3.77 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 1.32 लाख और फेसबुक पर 3.21 लाख फॉलोअर्स हैं। इस गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया और स्थानीय समुदाय में हलचल मचा दी है, क्योंकि ज्योति अब उत्तर भारत में संचालित एक कथित पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क की जांच का प्रमुख केंद्र बन गई हैं।

कौन हैं ज्योति मल्होत्रा?

गौरतलब है कि हरियाणा के हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा ने अपने ट्रैवल ब्लॉगिंग करियर की शुरुआत 'ट्रैवल विद जो' और 'देसी-इंडो-जो' जैसे नामों से की थी। उनकी वीडियो में ट्रैवलिंग, कल्चर और लाइफस्टाइल से जुड़ा कंटेंट होता था, जिसने उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाया। हालांकि, पुलिस का दावा है कि ज्योति ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनाने और संवेदनशील जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया। उनके डिवाइस से मिले डेटा में कई ऐसी फाइलें और चैट्स हैं, जो उनके पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ संबंधों की पुष्टि करते हैं।

ज्योति मल्होत्रा पर क्या है आरोप?

जानकारी के अनुसार, हिसार पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को संवेदनशील भारतीय जानकारी देने का आरोप लगाया है। उनके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4 और 5, साथ ही भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उनके मोबाइल और लैपटॉप की जांच की, जिसमें कई संदिग्ध डेटा और सबूत मिले हैं। प्रारंभिक जांच के बाद, मामला अब आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया गया है, जो इस जासूसी नेटवर्क की गहराई तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। ज्योति के कबूलनामे ने जांच को और तेज कर दिया है, जिसमें कई अन्य संदिग्धों के नाम सामने आए हैं।

ज्योति का पाकिस्तानी एजेंटों से संपर्क

बता दें कि हिसार के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार, ज्योति 2023 में अपनी एक यात्रा के दौरान नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग (PHC) के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आई थीं। दानिश, जिसे भारतीय खुफिया एजेंसियां ISI से जुड़ा मानती हैं, उन्होंने ज्योति को पाकिस्तानी खुफिया गुर्गों से मिलवाया। इनमें अली एहवान, शाकिर और राणा शाहबाज जैसे लोग शामिल थे। दानिश ने कथित तौर पर ज्योति के लिए यात्रा के दौरान ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की, साथ ही उन्हें सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने के लिए प्रेरित किया। दोनों के बीच एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म पर लगातार बातचीत होती थी।

दो बार की पाकिस्तान की यात्रा

पुलिस के अनुसार, ज्योति ने 2023 में दो बार पाकिस्तान की यात्रा की थी, जहां उनकी मुलाकात कई संदिग्ध व्यक्तियों से हुई। उन्होंने इन लोगों के नंबर अपने फोन में 'जट्ट रंधावा' जैसे फर्जी नामों से सेव किए ताकि शक से बचा जा सके। इसके अलावा, ज्योति एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंट के साथ इंडोनेशिया के बाली शहर भी गई थीं। इन यात्राओं ने उनके जासूसी नेटवर्क में गहरे जुड़ाव को सामने ला दिया है। पुलिस का मानना है कि ये यात्राएं केवल पर्यटन के लिए नहीं थीं, बल्कि संवेदनशील जानकारी के आदान-प्रदान के लिए की गई थीं।

हरियाणा-पंजाब में जासूसी नेटवर्क

जांच में खुलासा हुआ है कि ज्योति हरियाणा और पंजाब में सक्रिय एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थीं। इस नेटवर्क में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जो पाकिस्तानी एजेंटों को वित्तीय और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान कर रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि यह नेटवर्क संवेदनशील सैन्य और प्रशासनिक जानकारी इकट्ठा करने में शामिल था।

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