

इस समय भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध से हालात बने हैं। पहलगाम आतंकी हमला और फिर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार जारी है।
नई दिल्ली: इस समय भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध से हालात बने हैं। पहलगाम आतंकी हमला और फिर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार जारी है। अब ऐसे में सवाल ये है कि दोनों देश युद्ध के कगार पर पहुंच गए। तो ये युद्ध का ऐलान कौन करता है। आइए जानते हैं पूरी खबर
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राष्ट्रपति को सिफरिश भेजते
जानकारी के मुताबिक, तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति ही होते हैं, यानी अधिकार उनके पास है। मगर खुद फैसला नहीं ले सकते हैं। वहीं अगर कभी युद्ध की या शांति की घोषणा करना होता है तो प्रधानमंत्री और कैबिनट की सलाह पर होती है। वहीं अगर सरकार को लगता है कि हालात खराब हो रहे तो औपचारिक तौर पर युद्ध की घोषणा की सोचते हैं जिसके लिए सब बैठकर तय करते हैं और राष्ट्रपति को सिफरिश भेजते हैं। जिसके बाद आर्टिकल 352 के तहत राष्ट्रपति नेशनल इमरजेंसी सगा सकते हैं।
भारत पाकिस्तान के बीच पहला
जानकारी के मुताबिक, 1947 में कश्मीर को लेकर भारत पाकिस्तान के बीच पहला युद्ध हुआ था, जब पाकिस्तान के कबीलाई लड़ाके और सैनिक जम्मू-कश्मीर में घुस आए थे। उस दौरान भारत ने कश्मीर की मदद की। लेकिन दोनों में से किसी देश ने लड़ाई की घोषणा नहीं की थी। 1962 में भारत-चीन लड़ाई और 1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध बांग्लादेश में औपचारिक घोषणा नहीं की गई
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