सैन्य ताकत में अंतर: भारत के पास 513 फाइटर जेट्स, जानें पाकिस्तान के पास कितने है… पढ़ें पूरी खबर

भारत और पाकिस्तान के बीच वायुसेना की शक्ति का अंतर अत्यधिक स्पष्ट है। भारत के पास उच्च संख्या में अत्याधुनिक फाइटर जेट्स और उन्नत तकनीकी उपकरण हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 9 May 2025, 5:48 PM IST
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नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों के सैन्य ताकत का तुलनात्मक आकलन महत्वपूर्ण हो गया है। भारत के पास जहां 513 फाइटर जेट्स का जखीरा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पाकिस्तान के पास सिर्फ 328 लड़ाकू विमान हैं। यह अंतर भारत की वायुसेना की ताकत को स्पष्ट रूप से दर्शाता है और देश की सैन्य तैयारियों को और भी मजबूत करता है।

भारत की वायुसेना की ताकत

भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी वायुसेनाओं में से एक है। भारतीय वायुसेना (IAF) के पास विभिन्न प्रकार के फाइटर जेट्स हैं, जो किसी भी युद्ध स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। भारत के पास डेडिकेटेड अटैक एयरक्राफ्ट की संख्या 130 है। जो पाकिस्तान के 90 विमानों से कहीं ज्यादा है। इन फाइटर जेट्स में सुखोई-30MKI, मिराज-2000, राफेल और MiG-29 जैसे अत्याधुनिक विमान शामिल हैं, जो भारतीय वायुसेना को अत्यधिक सक्षम और ताकतवर बनाते हैं। साथ ही, भारत के पास कुछ बेहद एडवांस्ड एअर-टू-एयर मिसाइल सिस्टम्स, जैसे अस्त्र और बडीट जैसी मिसाइलें भी हैं। जो वायु रक्षा को और भी सशक्त बनाती हैं। इस प्रकार, भारतीय वायुसेना का एयर डिफेंस सिस्टम पाकिस्तान से कहीं अधिक मजबूत है। इसके अलावा, भारत ने अपनी वायुसेना को और सशक्त बनाने के लिए स्वदेशी कार्यक्रमों पर भी ध्यान केंद्रित किया है, जैसे कि हल्के लड़ाकू विमान तेजस का विकास।

पाकिस्तान की वायुसेना की स्थिति

पाकिस्तान के पास हालांकि 328 लड़ाकू विमान हैं, लेकिन उनकी वायुसेना की क्षमता भारत से काफी कम है। पाकिस्तान के विमान पुराने हो चुके हैं और उनके पास भारत के मुकाबले बहुत कम एडवांस्ड एयरक्राफ्ट हैं। पाकिस्तान की वायुसेना मुख्यतः F-16, JF-17 थंडर और कुछ मिराज-III विमानों पर निर्भर करती है। जबकि पाकिस्तान ने हाल ही में कुछ नए विमान हासिल किए हैं, फिर भी उनकी वायुसेना की प्रौद्योगिकी भारत से काफी पिछड़ी हुई है। पाकिस्तान के पास डेडिकेटेड अटैक एयरक्राफ्ट की संख्या केवल 90 है, जो युद्ध के हालात में भारत की वायुसेना के मुकाबले बेहद कम है। इसका मतलब है कि पाकिस्तान के पास सीमित क्षमता है, खासकर अगर युद्ध लंबा चलता है या ज्यादा एरिया कवर करना हो। पाकिस्तान के पास सीमित संख्या में ऐसी विमान प्रणालियाँ हैं, जो बड़े पैमाने पर अटैक के लिए प्रभावी हों।

युद्ध के हालात में संभावित असर

अगर युद्ध की स्थिति उत्पन्न होती है तो भारतीय वायुसेना की व्यापक ताकत और उच्च तकनीक से लैस फाइटर जेट्स पाकिस्तान के लिए एक बड़ा संकट पैदा कर सकते हैं। भारत के पास फाइटर जेट्स की ज्यादा संख्या, उन्नत मिसाइल सिस्टम और बेहतर वायु रक्षा तकनीक होने के कारण यह उम्मीद की जा सकती है कि युद्ध के किसी भी हालात में भारतीय वायुसेना का दबदबा रहेगा। इसके अलावा भारत के पास कई रणनीतिक एअर-बेस और एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग क्षमता भी है, जो उसे लंबी दूरी पर हमला करने और ज्यादा समय तक हवा में रहकर दुश्मन की हवाई ताकत को नष्ट करने में सक्षम बनाती है।

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