

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और लैंडस्लाइड का कहर जारी है। किन्नौर में सड़क नदी में समा गई है और NH-5 कई जगहों से बंद है। रेड और ऑरेंज अलर्ट के चलते 11 जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
किन्नौर में भारी भूस्खलन
Kinnaur: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भारी बारिश के चलते भयंकर भूस्खलन हुआ है। मलिंग के पास एक बड़ा लैंडस्लाइड हुआ, जिसमें लगभग 50 मीटर लंबी सड़क टूटकर सीधा नदी में समा गई। इस दुर्घटना के कारण मलिंग क्षेत्र का संपर्क बाकी दुनिया से पूरी तरह टूट गया है। क्षेत्र में न केवल यातायात अवरुद्ध हुआ है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
किन्नौर के वांगतू इलाके में चट्टानें गिरने की वजह से 5 वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इसके कारण नेशनल हाईवे-5 (NH-5) को बंद कर दिया गया है। यह वही हाईवे है जो पहले से ही निगुलसरी और नाथपा झूला के पास पिछले 72 घंटों से बंद पड़ा है। इन जगहों पर लगातार चट्टानें गिर रही हैं, जिससे राहत और बचाव कार्य भी मुश्किल हो गया है।
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भारतीय मौसम विभाग ने 2 सितंबर के लिए हिमाचल प्रदेश के 3 जिलों कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं 9 अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए ये चेतावनियां दी गई हैं।
सड़क नदी में समाई
भारी बारिश और संभावित आपदा के खतरे को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 11 जिलों के स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है। इन जिलों में शामिल हैं शिमला, सोलन, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, हमीरपुर, सिरमौर, ऊना, चम्बा, बिलासपुर और लाहौल-स्पीति। जिला शिमला और सोलन के डीसी ने भी आदेश जारी करते हुए सभी स्कूल बंद रखने को कहा है। जिला मंडी में बाली चौकी उपमंडल के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूल भी बंद रहेंगे। कुल्लू जिले के आनी सहित कई ब्लॉक्स में भी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
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बारिश और भूस्खलन की वजह से राहत और बचाव कार्य भी कठिन हो गए हैं। कई इलाकों में एनडीआरएफ और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें तैनात की गई हैं, लेकिन सड़कों के अवरुद्ध होने से राहत पहुंचाने में देरी हो रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा न करें और अलर्ट का पालन करें।