

देशभर में भारी बारिश और बाढ़ से तबाही मच गई है, जिससे कई राज्यों में जानमाल का नुकसान हुआ है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। राहत और बचाव कार्य में एनडीआरएफ, सेना और स्थानीय एजेंसियां जुटी हैं।
बाढ़ और बारिश से भारी तबाही
New Delhi: देशभर में भारी बारिश और बाढ़ ने व्यापक तबाही मचाई है। अधिकांश नदियां उफान पर हैं और बांधों से छोड़ा जा रहा पानी स्थिति को और खराब कर रहा है। हिमाचल प्रदेश में, मणिमहेश यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं समेत आठ लोगों की मौत हो गई। गुजरात में हाइड्रो पावर प्लांट में नदी का पानी घुसने से पांच मजदूर डूब गए हैं। राजस्थान के अजमेर शहर में बोराज बांध का हिस्सा टूटने से पानी भर गया है, जबकि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में नदियों का जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन से कई रास्ते बंद हो गए हैं।
पंजाब के लिए राहत की खबर यह है कि शुक्रवार को बारिश रुकने के बाद स्थिति में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन सतलुज, ब्यास और रावी नदियों का उफान जारी है। फजिल्का, गुरदासपुर और अन्य जिलों में बाढ़ का असर अभी भी गंभीर है। लुधियाना में सतलुज नदी के तेज बहाव ने एक तटबंध को नुकसान पहुंचाया है, जिससे जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। राज्य में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है और 23 जिलों के 1,655 गांवों में चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। 20,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बाढ़ से 1.71 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र की फसल बर्बाद हो चुकी है। हरियाणा के कुछ जिलों जैसे पंचकूला, हिसार, रोहतक और झज्जर में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
बाढ़ और बारिश से भारी तबाही
हरियाणा में घग्गर नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे कई जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में मारकंडा नदी का जलस्तर अभी भी उग्र है और सिरसा, फतेहाबाद व कैथल में घग्गर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। झज्जर के बहादुरगढ़ में जलभराव से निपटने के लिए सेना को तैनात किया गया है, और सेना के जवान सिंचाई विभाग और एनडीआरएफ के साथ मिलकर मुंगेशपुर ड्रेन के तटबंध को मजबूत कर रहे हैं। 3,000 से ज्यादा लोग घरों में कैद हो गए हैं।
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जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग चौथे दिन भी बंद है। भूस्खलन और मिट्टी धंसने की वजह से यातायात पूरी तरह से ठप है। मुगल रोड पर यातायात बहाल कर दिया गया है, लेकिन राजोरी-जम्मू हाईवे पर भूस्खलन के कारण करीब दो घंटे तक रास्ता बंद रहा। सुरक्षा कारणों से माता वैष्णो देवी की यात्रा भी स्थगित कर दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है, जिससे यात्रा बहाल होने में और समय लग सकता है। घाटी में बाढ़ जैसी स्थिति के बाद छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कश्मीर में शैक्षणिक संस्थान शुक्रवार को तीसरे दिन भी बंद रहे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बाढ़ और बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र इस कठिन घड़ी में बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ा है और बचाव कार्य में जुटे सभी कर्मचारियों की सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि हम सब मिलकर इस चुनौती का सामना करेंगे।
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झारखंड के धनबाद जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है, जब भूस्खलन के कारण एक वैन एक खुली खदान में गिर गई। वैन में चार लोग सवार थे, और यह वैन 150 फीट नीचे गिर गई। स्थानीय प्रशासन ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और गोताखोरों की टीम वैन में सवार लोगों को बचाने की कोशिश कर रही है।