

जीवन में दोस्त की भूमिका सिर्फ एक साथ हंसने बतियाने की नहीं होती, बल्कि जब सारा संसार आपके खिलाफ खड़ा हो जाए तब जो शख्स बिना शर्त आपके साथ खड़ा रहे वही दोस्त कहलाता है। सच्ची दोस्ती खून के रिश्तों से भी गहरी होती है और समय पर इसका महत्व समझ आ जाए तो जीवन की मुश्किलें आसान हो सकती हैं।
Friendship Day
New Delhi: जीवन उतार-चढ़ाव से भरा होता है। कुछ पल खुशियों से भरे होते हैं तो कुछ समय ऐसे भी आते हैं जब इंसान टूट जाता है। ऐसे समय में सबसे पहले जिनसे हम उम्मीद करते हैं, वे होते हैं परिवार और रिश्तेदार। लेकिन हकीकत यह है कि कई बार खून के रिश्ते भी साथ छोड़ जाते हैं और तब एक सच्चा दोस्त ही वह कंधा बनता है। जिस पर सिर रखकर रोया जा सकता है। एक सच्चा दोस्त बिना किसी स्वार्थ के बिना किसी शर्त के सिर्फ आपकी मुस्कान की खातिर आपके साथ होता है। यही दोस्ती की ताकत है।
भावनाओं से बनते हैं रिश्ते
हमारा समाज खून के रिश्तों को सबसे बड़ा मानता है। लेकिन क्या हर खून का रिश्ता भरोसे के काबिल होता है? कई बार देखा गया है कि जब इंसान को सबसे ज्यादा सहारे की जरूरत होती है तब अपने कहे जाने वाले लोग मुंह मोड़ लेते हैं। ऐसे में एक दोस्त ही होता है जो समाज के डर, रिश्तों की परिभाषा और सामाजिक बंदिशों को तोड़कर आपकी मदद करता है। वो आपकी हालत से नहीं आपसे जुड़ी भावनाओं से जुड़ा होता है।
जो आईना भी दिखाए और सहारा भी बने
एक अच्छा दोस्त न सिर्फ आपके बुरे वक्त में साथ देता है, बल्कि आपकी गलतियों का आईना भी बनता है। वो आपको आपकी कमियों से अवगत कराता है बिना आपका दिल दुखाए। जब आप रास्ता भटकते हैं तब वही दोस्त आपको सही दिशा दिखाता है। वो दोस्त जो आपकी गलतियों पर चुप न रहे, बल्कि उन्हें सुधारने में मदद करे वही सच्चा दोस्त होता है।
दोस्ती में कोई स्वार्थ नहीं होता
दुनिया में ज्यादातर रिश्ते किसी न किसी उम्मीद पर टिके होते हैं, लेकिन दोस्ती ही एकमात्र रिश्ता है जो बिना किसी लालच के बना होता है। सच्चा दोस्त आपके साथ तब भी खड़ा होता है जब आप खाली हाथ होते हैं। जब न पास पैसा होता है, न ओहदा तब भी अगर कोई आपके साथ रहता है तो समझ लीजिए उसने दोस्ती को दिल से निभाया है।
कभी-कभी परिवार से भी बढ़कर साबित होते दोस्त
कई बार हम जिन लोगों को दोस्त मानते हैं वही समय के साथ परिवार से भी बढ़कर हो जाते हैं। वे हमारी हर बात को बिना कहे समझते हैं हर खुशी और ग़म में साथ रहते हैं और हमें कभी अकेला महसूस नहीं होने देते। आज के दौर में जहां मानसिक स्वास्थ्य सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है, वहां एक समझदार दोस्त आपकी थेरपी से भी बेहतर हो सकता है।
एक अच्छा दोस्त आपको बेहतर इंसान बना सकता है
कहावत है... "जैसे संगत, वैसी रंगत।" इसका मतलब है कि हम जिनके साथ वक्त बिताते हैं हमारा व्यक्तित्व उसी अनुसार ढलता है। अगर आपके पास सकारात्मक सोच वाला, मेहनती और ईमानदार दोस्त है तो उसका असर आपके व्यवहार और जीवनशैली पर जरूर पड़ेगा। सच्चा दोस्त आपको प्रेरित करता है आपके अंदर छिपी क्षमताओं को पहचानता है और आपको आत्मविश्वास देता है।
कौन होता है सच्चा दोस्त?
• वह आपकी पीठ पीछे आपकी तारीफ करता है और आलोचना सिर्फ सामने करता है।
• आपकी खामोशी को भी पढ़ लेता है शब्दों की जरूरत नहीं होती।
• मुसीबत में सबसे पहले पहुंचता है बिना बुलाए।
• आपकी सफलता से खुश होता है न कि जलता है।
• जब सब साथ छोड़ दें तब भी आपके साथ खड़ा रहता है।
फ्रेंडशिप डे नहीं, हर दिन दोस्ती का जश्न होना चाहिए
हालांकि हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है, लेकिन दोस्ती का रिश्ता इतना मजबूत होता है कि उसे एक दिन में बांधना गलत होगा। हर वो दिन जब आपका दोस्त आपके दुख में मुस्कराता है, हर वो दिन जब आप उसकी बातों से हिम्मत पाते हैं- वही असल फ्रेंडशिप डे है।
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