

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के दच्छन इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, मुठभेड़ इस बात की आशंका के बाद हुई है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों का एक समूह इलाके में छिपा हुआ है।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मुठभेड़ (सोर्स इंटरनेट)
Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के दच्छन इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, मुठभेड़ इस बात की आशंका के बाद हुई है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े आतंकियों का एक समूह इलाके में छिपा हुआ है। सुरक्षाबलों ने सूचना मिलने के बाद इलाके को पूरी तरह घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा बल आतंकियों को चारों ओर से घेरकर कार्रवाई कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह मुठभेड़ किश्तवाड़ में आतंकवाद के खिलाफ जारी सुरक्षा अभियानों का हिस्सा है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों की सक्रियता पर नकेल कसने के लिए सुरक्षा बल सतर्क हैं और इलाके में छिपे आतंकियों को बेअसर बनाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
मुठभेड़ के एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस विंग ने आतंकवादी फंडिंग और भर्ती मॉड्यूल से जुड़े एक अत्यंत संवेदनशील मामले में बड़ी कार्रवाई की। श्रीनगर, पुलवामा, बडगाम और गंदरबल जिलों से 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। इन सभी पर आरोप है कि वे पाकिस्तान के निर्देश पर आतंकवादी गतिविधियों के समन्वय, वित्तपोषण और उन्हें अंजाम देने में शामिल थे। यह गिरफ्तारी आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि ये संदिग्ध एक विशेष एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लिकेशन के माध्यम से लगातार संपर्क में थे। यह एप्लिकेशन आतंकी संगठनों द्वारा रिक्रूटमेंट, फंडिंग और हमलों के समन्वय के लिए प्रयोग किया जा रहा था। इस पूरे नेटवर्क का संचालन पाकिस्तान स्थित आतंकी हैंडलर अब्दुल्ला गाजी कर रहा था, जो लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों से जुड़ा हुआ है।
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी संगठनों के वित्तीय और भर्ती तंत्र को ध्वस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जांच के दौरान प्राप्त सूचनाओं से पता चला कि आतंकी संगठन सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन के जरिए अपनी गतिविधियां छुपाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे उनकी पकड़ करना मुश्किल हो रहा था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ से क्षेत्र में आतंकवादियों की सक्रियता पर एक बड़ा आघात लगेगा। सुरक्षा बल इलाके में सख्ती बरतने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी व्यापक प्रबंध कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ इलाके में इस प्रकार की मुठभेड़ और गिरफ्तारीयों से आतंकवादी गतिविधियों को कम करने में मदद मिलेगी और क्षेत्र में स्थिरता लाने की कोशिशें तेज होंगी। वहीं, स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां लगातार आतंकवाद विरोधी अभियानों को सक्रिय बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आगामी दिनों में इस मुठभेड़ और जांच से संबंधित और जानकारी मिलने की उम्मीद है, जिससे आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ और भी कठोर कार्रवाई की जा सकेगी। इस पूरे मामले से यह स्पष्ट होता है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की समस्या को खत्म करने के लिए सुरक्षा बल हर संभव कदम उठा रहे हैं और आतंकवादियों को कानून के कठोर हाथों में देने के लिए लगातार सक्रिय हैं।