

CDSCO की अप्रैल 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक पैरासिटामोल, टेल्मिसर्टन, एजिथ्रोमाइसिन, सेफिक्साइम जैसी 196 दवाएं जांच में फेल हो गई हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: अगर आप नियमित रूप से सिरदर्द, बुखार या ब्लड प्रेशर की समस्या के लिए दवाइयां लेते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की ओर से हाल ही में की गई जांच में पता चला है कि बाजार में बिक रही कई आम दवाएं गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरीं।
CDSCO की अप्रैल 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक पैरासिटामोल, टेल्मिसर्टन, एजिथ्रोमाइसिन, सेफिक्साइम जैसी 196 दवाएं जांच में फेल हो गई हैं। इन दवाओं का इस्तेमाल बुखार, संक्रमण, उच्च रक्तचाप और दर्द जैसी आम बीमारियों के इलाज में किया जाता है, जिसके चलते इनका फेल होना बेहद चिंताजनक है।
कैसे की गई जांच?
CDSCO ने अप्रैल महीने में देशभर से कुल 1,227 दवाओं के सैंपल लिए थे। इन सैंपलों को जांच के लिए सरकारी और निजी लैब में भेजा गया था। जांच में पाया गया कि इनमें से 196 दवाएं सब-स्टैंडर्ड (गुणवत्ता से कम) या नकली (नकली) हैं। यानी या तो इन दवाओं में जरूरी मात्रा में एक्टिव इंग्रीडिएंट नहीं थे, या फिर ये नकली पाई गईं।
दवाइयां (सोर्स-इंटरनेट)
कौन सी दवाइयां चिंता का विषय हैं?
कौन सी कंपनियों की दवाइयां फेल हुईं?
इस रिपोर्ट में देश की कई छोटी-बड़ी दवा कंपनियों के नाम शामिल हैं। कुछ क्षेत्रीय निर्माता भी हैं, जिनकी एक से ज्यादा दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरीं। हालांकि सीडीएससीओ ने अभी विस्तृत नामों की सूची सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन राज्य औषधि नियंत्रण विभागों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन दवाओं से क्या खतरा है?
आम लोगों के लिए सुझाव
सरकारी कार्रवाई
सीडीएससीओ ने सभी राज्य औषधि निरीक्षकों को संबंधित दवा कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और फेल दवाओं की बिक्री पर तुरंत रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही आम जनता को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय अभियान शुरू करने की योजना बनाई जा रही है।
No related posts found.