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दिल्ली धमाके और टेरर मॉड्यूल के खुलासे पर पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने देशवासियों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आतंक की ये गतिविधियां अभी खत्म नहीं होंगी क्योंकि इसके पीछे पैसे और पड़ोसी देशों की साजिशें हैं।
पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी
New Delhi: दिल्ली के लाल किला क्षेत्र के पास सोमवार (10 नवंबर) को हुए कार बम विस्फोट और हाल ही में सामने आए टेरर मॉड्यूल के खुलासे के बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने देशवासियों को अलर्ट रहने की हिदायत देते हुए कहा कि यह केवल पुलिस और खुफिया एजेंसियों का काम नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखे और समय रहते सूचना साझा करे।
किरण बेदी ने कहा कि देश में टेरर मॉड्यूल को इतनी आसानी से सक्रिय नहीं किया जा सकता। 'इतना सारा सामान इतनी आसानी से इकट्ठा नहीं होता। हमें इन गतिविधियों पर नजर रखनी होगी और यह समझना होगा कि कौन किसको किराए पर मकान दे रहा है और कौन किसके लिए गोदाम में सामान जमा कर रहा है। यह खतरनाक है और इसे रोकना अब हमारी जिम्मेदारी है।'
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उन्होंने आगाह किया कि ये लोग अभी देश से जाने वाले नहीं हैं। उनका मानना है कि पड़ोसी देश की हालात बहुत परेशान और दुखी हैं, और हार की भावना में वह अपनी गतिविधियों को जारी रखेंगे। 'ये जो ग्रुप्स हैं, इसमें पैसे का खेल है। ये आतंकी गतिविधियां नहीं करेंगे तो पैसा कैसे कमाएंगे? इसलिए यह गतिविधियां लगातार होती रहेंगी। हमें पड़ोसियों की हर गतिविधि पर नजर रखनी होगी।'
किरण बेदी ने आगे कहा कि देश को कट्टरपंथ से बचाने के लिए नागरिकों को सतर्क रहना होगा। "हमारे देश को बहुत ज्यादा अलर्ट रहना पड़ेगा। हमें अपने विश्वास को आतंकी गतिविधियों में नहीं, बल्कि अच्छे कर्मों में लगाना होगा। जब तक यह समझ बढ़ेगी, तब तक ये टेरर अटैक होते रहेंगे। हमें बहुत समझदारी से पुलिसिंग करनी होगी। इंटेलिजेंस और पुलिस का इन्वेस्टिगेशन और प्रिवेंशन में बहुत बड़ा रोल है।"
दिल्ली धमाका ( फोटो सोर्स- इंटरनेट)
पूर्व अधिकारी ने कम्युनिटी पुलिसिंग के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने पड़ोसियों पर नजर रखनी चाहिए और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस तक पहुँचानी चाहिए। "गांव के प्रधान, RWA और स्थानीय लोग यह सवाल पूछें कि मकान या गोदाम किसके लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। जब तक हम सवाल नहीं पूछेंगे और सही जवाब नहीं पाएंगे, तब तक इन गतिविधियों को रोका नहीं जा सकता।"
किरण बेदी ने "गद्दारों" को पहचानने पर भी जोर दिया। उनका कहना है कि गद्दारी कोई भी कर सकता है, लेकिन अगर यह देश के अंदर से हो रही है, तो इसका इलाज अलर्ट पड़ोसी है। "कौन किसके लिए सामान जमा कर रहा है, कौन मकान किराए पर दे रहा है, इन सब पर नजर रखनी होगी। यह अब देशवासियों का कर्तव्य है।"
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस और खुफिया एजेंसियां अपना काम लगातार कर रही हैं और इसमें जोश दिखाई दे रहा है। इसके साथ ही उन्होंने राज्यों की पुलिस बलों के सहयोग की जरूरत पर भी जोर दिया। 'राज्य पुलिस, जैसे यूपी, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर आदि सभी मिलकर काम करें। एक तरफ पुलिस मिलकर काम करे और दूसरी तरफ कम्युनिटी पुलिसिंग अपने-अपने क्षेत्र में जिम्मेदारी निभाए, यही देशभक्ति का इम्तेहान है।'
इस बयान के बाद साफ है कि किरण बेदी का मानना है कि देशवासियों की सतर्कता और पुलिस की मेहनत के बिना इन खतरनाक टेरर मॉड्यूल को खत्म करना संभव नहीं है। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे गद्दारों को पहचानें, उनके ऊपर नजर रखें और समय पर पुलिस को सूचना दें।