

आतंकवाद के कमर तोड़ने में गुजरात ATS को बड़ी कामयाबी हाथ लगी हैं। अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस की मास्टरमांइड को गिरफ्तार कर लिया गया है, ऑपरेशन महादेव के तुरंत बाद यह गिरफ्तारी आतंकवाद पर एक्शन माना जा रहा हैं। इलेक्ट्रानिक डिवाइस से शमा परवीन के पाकिस्तानी कनेक्शन का भी खुलासा हुआ है।
मास्टरमाइंड पुलिस गिरफ्त में
Gujarat: आतंकवाद के कमर तोड़ने में गुजरात ATS को बड़ी कामयाबी हाथ लगी हैं। अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस की मास्टरमांइड को गिरफ्तार कर लिया गया है, ऑपरेशन महादेव के तुरंत बाद यह गिरफ्तारी आतंकवाद पर एक्शन माना जा रहा हैं।
गुजरात एटीएस, डीआईजी,सुनील जोशी ने शमा परवीन की गिरफ्तारी पुष्टि की है और बताया है यह महिला अल-कायदा से जुड़ी थी। इससे पहले अल कायदा टेरर मॉड्यूल केस में चार आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था। दो को गुजरात, एक को नोएडा और एक को दिल्ली से अरेस्ट किया गया है।
एटीएस ने 23 जुलाई को अल-कायदा से जुड़े चार आतंकियों को देश के विभिन्न हिस्सों से अरेस्ट किया था। इसके बाद जब एटीएस ने पूछताछ की थी तो इसमें शमा परवीन का नाम सामने आया था। एटीएस ने सात दिन बाद अब कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से शमा परवीन को पकड़ा है। गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के अनुसार पकड़ी गई महिला पूरी से रेडिकलाइज है। वह पाकिस्तान के सीधे संपर्क में थीं। गृह मंत्री के अनुसार महिला काफी ट्रेंड है।
कौन है शमा परवीन
गुजरात एंटी टेरेरिस्ट सेल ने झारखंड मूल की एक महिला को बेंगलुरू से अरेस्ट किया है, जो अल-कायदा से जुड़ी थी। इस महिला पर संदिग्ध आतंकियों को सोशल मीडिया पर फॉलो करने और रेडिकलाइज्ड पोस्ट डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान 30 साल की शमा परवीन के रूप में हुई है, सूत्रों के अनुसार, परवीन कथित तौर पर पूर्वोत्तर स्थित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) से जुड़ी हुई है और लंबे समय से फरार थी। उसका सोशल मीडिया अकाउंट भी रडार पर था।
पाकिस्तानी कनेक्शन का खुलासा
इलेक्ट्रानिक डिवाइस से शमा परवीन के पाकिस्तानी कनेक्शन का भी खुलासा हुआ है। शमा परवीन बेहद रेडक्लाइज है, उसके मोबाइल फ़ोन और अन्य गैजेट्स के पाकिस्तानी कनेक्शन के बारे में ATS को जानकारी मिली थी। वह पाकिस्तान में AQIS से जुड़े कई आतंकियों के संपर्क में थी। वह भारत में खास तौर पर साउथ इंडिया में बेस तैयार कर रही थी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म के ज़रिए वह कई लड़के-लड़कियों को रेडिकलाइज़्ड कर रही थी।
अल-कायदा मॉड्यूल से जुड़े पांच आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद यह माना जा रहा है कि गुजरात एटीएस ने बड़ी आतंकी कोशिश को समय पर ही नाकम कर दिया है। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में कड़ी बड़े खुलासे हो सकते हैं कि ये आखिर अल-कायदा का क्या प्लान था?