

दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की छापेमारी को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस मामले पर अप दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Img: Google)
New Delhi: आम आदमी पार्टी की पूर्ववर्ती दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज के घर मंगलवार सुबह ईडी की टीम ने छापेमारी की है। छापेमारी अब भी जारी है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में 24 अस्पतालों में फर्जीवाड़े से जुड़े मामले में यह छापेमारी की जा रही है। इस मामले को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमा गई है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की छापेमारी को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। केजरीवाल ने इस मामले पर बड़ी और पहली प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र की मोदी सरकार को अपने निशाने पर लिया है।
सौरभ भारद्वाज के घर ED की रेड मोदी सरकार द्वारा एजेंसीज के दुरुपयोग का एक और मामला है।
मोदी सरकार आम आदमी पार्टी के पीछे पड़ गई है। जिस तरह “आप” को टारगेट किया जा रहा है, ऐसे इतिहास में किसी पार्टी को नहीं किया गया।
“आप” को इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि मोदी सरकार की…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 26, 2025
केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपने बयान में कहा कि सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की रेड मोदी सरकार द्वारा एजेंसीज के दुरुपयोग का एक और मामला है। मोदी सरकार आम आदमी पार्टी के पीछे पड़ गई है। जिस तरह “आप” को टारगेट किया जा रहा है, ऐसे इतिहास में किसी पार्टी को नहीं किया गया। “आप” को इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि मोदी सरकार की गलत नीतियों और भ्रष्ट कामों के खिलाफ सबसे मुखर आवाज “आप” की है।
केजरीवाल ने आगे लिखा कि मोदी सरकार हमारी आवाज़ दबाना चाहती है। ये कभी नहीं होगा। “आप” बीजेपी की इन रेडों से डरने वाली नहीं। हम हमेशा की तरह देश हित में गलत नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाते रहेंगे।
जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) और एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) राजधानी में अस्पतालों के निर्माण से जुड़ी परियोजनाओं में 5,590 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच कर रही हैं। ईडी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018-19 में AAP सरकार ने कुल 24 अस्पताल परियोजनाओं को मंजूरी दी थी।
इन परियोजनाओं में 11 ग्रीनफील्ड और 13 ब्राउनफील्ड अस्पतालों का निर्माण शामिल था। योजना के अनुसार, 6 महीने के भीतर ICU सुविधाओं सहित अत्याधुनिक अस्पतालों का निर्माण किया जाना था। लेकिन जांच में सामने आया कि अब तक केवल 50% कार्य ही पूरा हुआ है, जबकि 800 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पहले ही खर्च की जा चुकी है।
ईडी ने यह भी खुलासा किया है कि लोक नायक अस्पताल जैसी परियोजनाओं में लागत कई गुना बढ़ गई। जैसे, लोक नायक अस्पताल की निर्माण लागत 488 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। इतना ही नहीं, कई परियोजनाओं में बिना आवश्यक प्रशासनिक मंजूरी के निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया, जो नियमों का सीधा उल्लंघन है।
ACB द्वारा दर्ज प्राथमिकी में भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों, पॉलीक्लिनिक और ICU इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में भारी अनियमितताएं, बिना कारण देरी और बड़े पैमाने पर फंड की हेराफेरी हुई है। किसी भी प्रोजेक्ट को समय पर पूरा नहीं किया गया और लागत में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की गई।