

मंगलवार को 25 से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अलग-अलग जगहों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं।
बारिश
भोपाल: मध्य प्रदेश से मानसून द्रोणिका गुजर रही है। साथ ही अलग-अलग जगहों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक,मंगलवार को 25 से ज्यादा जिलों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अलग-अलग जगहों पर तीन वेदर सिस्टम बने हुए हैं। इस वजह से प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है।
अगले 4 दिन प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में यहां ढाई से आठ इंच पानी गिर सकता है। सबसे ज्यादा असर भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, नर्मदापुरम, चंबल, सागर संभागों पर रहेगा। इंदौर-उज्जैन संभाग के जिलों में हल्की बारिश होगी। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले 4 दिन प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को अशोकनगर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना, सिवनी, मंडला और बालाघाट में बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। इन जिलों में अगले 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। श्योपुर, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, बैतूल, रायसेन, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, जबलपुर, मैहर, सतना, पन्ना, सीधी में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में हल्की बारिश जारी रहेगी। राज्य के 24 जिलों में बारिश
24 से ज्यादा जिलों में बारिश
जानकारी के मुताबिक, इससे पहले सोमवार को भी राज्य में बारिश जारी रही। शाम तक 24 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। वहीं,बैतूल, भोपाल, दतिया, गुना, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर, बुरहानपुर, रायसेन, धार, भिंड, रतलाम, मऊगंज, शाजापुर, मंडला, सागर, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया, बालाघाट में भी बारिश हुई। बारिश के कारण दिन का तापमान भी काफी गिर गया है।
सौराष्ट्र-कच्छ में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय
सेनी मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है। इसका असर अगले 1-2 दिन में मप्र में देखने को मिलेगा। वहीं, प्रदेश में अभी भी टर्फ एक्टिविटी जारी है। यह टर्फ जिन इलाकों से गुजर रहा है, वहां भारी बारिश का अलर्ट है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी सक्रिय है। इन सब वजहों से मप्र तरबतर हो रहा है।