

आजकल के लोग फैशन के नाम पर बिना सोचे-समझे शरीर के किसी भी हिस्से पर टैटू बनवा लेते हैं, जिससे कई खतरे हो सकते हैं। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
युवाओं के बीच टैटू बनवाने का चलन (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: आजकल युवाओं के बीच टैटू बनवाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। फैशन और स्टाइल के नाम पर लोग बिना सोचे-समझे शरीर के किसी भी हिस्से पर टैटू बनवा लेते हैं। हालांकि, टैटू बनवाना जितना कूल दिखता है, उतना ही जोखिम भरा भी हो सकता है, खासकर अगर इसे शरीर के संवेदनशील हिस्सों पर बनवाया जाए। विशेषज्ञों की मानें तो कुछ स्थान ऐसे होते हैं जहां टैटू बनवाने से दर्द के साथ-साथ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
टैटू बनवाने की प्रक्रिया में सुई से त्वचा को बार-बार छेदा जाता है, जिससे इंक त्वचा की परतों में प्रवेश कर जाती है। इस दौरान दर्द तो होता ही है, साथ ही संक्रमण और अन्य बीमारियों का खतरा भी रहता है। इसलिए जरूरी है कि टैटू बनवाने से पहले इन 'नो टैटू जोन' के बारे में जान लें।
कोहनी की त्वचा काफी मोटी और ड्राई होती है। यहां टैटू बनवाना बेहद दर्दनाक हो सकता है क्योंकि सुई को एक ही जगह बार-बार चलाना पड़ता है। इसके अलावा यहां इंक का टिकना भी मुश्किल होता है, जिससे टैटू जल्दी फीका पड़ सकता है।
यह हिस्सा बहुत सॉफ्ट होता है और यहां पसीना भी ज्यादा आता है। नाजुक त्वचा के कारण टैटू बनवाना बेहद दर्दनाक हो सकता है, और नमी के चलते इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है।
बाइसेप्स पर टैटू बनवाना बेहद दर्दनाक हो सकता है
हाथों का उपयोग दिनभर किया जाता है, जिससे हथेली पर टैटू जल्दी खराब हो जाता है। इसके अलावा यहां टैटू बनवाना काफी पीड़ादायक होता है क्योंकि यहां की त्वचा मोटी और नसों से भरी होती है।
यह हिस्सा बहुत संवेदनशील होता है और यहां मांसपेशियों के साथ कई नसें भी होती हैं। टैटू बनवाने से यहां नसों को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
इसलिए टैटू बनवाने से पहले सोच-समझकर निर्णय लें और जरूरी सावधानियां बरतें। फैशन के नाम पर लापरवाही भविष्य में बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।