

जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के राजगढ़ क्षेत्र में देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची है। इस प्राकृतिक आपदा में 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य लापता हैं। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ व स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं।
जम्मू-कश्मीर में फटा बादल (Img: Google)
Srinagar: जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में एक बार फिर प्रकृति ने कहर बरपाया है। राजगढ़ तहसील के गडग्राम गांव में देर रात बादल फटने की घटना सामने आई है, जिसमें तीन लोगों की मौत हो चुकी है और चार अन्य लोग लापता बताए जा रहे हैं। इस आपदा के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और लापता लोगों की तलाश तेज़ कर दी गई है।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, यह घटना शुक्रवार देर रात करीब 1:30 बजे हुई जब भारी बारिश के बाद अचानक बादल फट गया। गडग्राम गांव में अचानक आए पानी और मलबे ने कई घरों और खेतों को नुकसान पहुंचाया। हादसे के तुरंत बाद रामबन के उपायुक्त इलियास खान और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों का जायजा लिया।
प्रशासन ने जानकारी दी है कि अब तक तीन शव बरामद किए जा चुके हैं। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। दो अन्य लोग अब भी लापता हैं और उन्हें ढूंढने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की संयुक्त टीमों द्वारा सघन अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीणों की मदद से स्थानीय टीमें भी राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
बादल फटने से मची तबाही
जम्मू-कश्मीर के अन्य जिलों में भी हाल के दिनों में बादल फटने की घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। किश्तवाड़, कठुआ और डोडा जिलों में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। विशेष रूप से किश्तवाड़ जिले के चोसिती गांव में स्वतंत्रता दिवस के दिन मचैल माता तीर्थ मार्ग पर बादल फटने से भीषण तबाही हुई थी, जिसमें करीब 60 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में कई श्रद्धालु और दो CISF जवान भी शामिल थे।
रामबन प्रशासन और मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और अधिक वर्षा की संभावना जताई है। इसको देखते हुए पहाड़ी और नदी किनारे बसे गांवों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
लगातार हो रही बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर यातायात बाधित हुआ है और कई स्थानों पर सड़कें बंद कर दी गई हैं। प्रशासन ने यात्रियों से अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम विभाग के अलर्ट का पालन करने की अपील की है।