

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि सोने के आयात पर कोई टैरिफ नहीं लगाया जाएगा। हाल ही में एक संघीय फैसले और कस्टम अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद यह अटकलें थीं कि गोल्ड बार पर शुल्क लग सकता है। इससे वैश्विक बुलियन मार्केट में अस्थिरता बढ़ गई थी। ट्रंप के स्पष्टीकरण के बाद निवेशकों और व्यापारियों को राहत मिली है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा कि गोल्ड पर कोई आयात कर नहीं लगेगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि इस फैसले से सोने के दाम और व्यापार में स्थिरता बनी रहेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Img: Google)
New Delhi: बीते कुछ दिनों से वैश्विक बुलियन मार्केट में हलचल मची हुई थी। कारण था अमेरिका में सोने पर संभावित टैरिफ लगाए जाने की खबरें। यह खबर तब फैली जब अमेरिकी कस्टम अधिकारियों ने एक पत्र में संकेत दिया कि कुछ मानक गोल्ड बार (एक किलोग्राम और 100 औंस) को शुल्क के दायरे में लाया जा सकता है। इससे निवेशकों और व्यापारियों में बेचैनी का माहौल बन गया था। लेकिन अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद सोशल मीडिया पर स्पष्ट कर दिया है कि सोने पर कोई भी आयात शुल्क नहीं लगाया जाएगा।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
पिछले हफ्ते व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बयान दिया था कि सरकार जल्द ही एक नई पॉलिसी लाने पर विचार कर रही है, जो स्पष्ट करेगी कि गोल्ड बार पर शुल्क लगेगा या नहीं। यह बयान ऐसे समय में आया जब सोना व्यापार पहले से ही वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते दबाव में था। इसके तुरंत बाद अफवाहों का दौर शुरू हो गया और निवेशकों में घबराहट देखी गई।
कस्टम अधिकारियों की चिट्ठी ने बढ़ाई चिंता
इस पूरे विवाद को हवा देने का काम किया अमेरिका के कस्टम विभाग द्वारा जारी की गई एक चिट्ठी ने। इसमें दो मानक वज़न, 1 किलोग्राम और 100 औंस की गोल्ड बार को टैरिफ के दायरे में लाने की सिफारिश की गई थी। इससे व्यापारियों में यह आशंका फैल गई कि गोल्ड इंपोर्ट पर बड़ा शुल्क लग सकता है, जो कि अंतरराष्ट्रीय सोना व्यापार को प्रभावित कर सकता है।
ट्रंप का सोशल मीडिया पोस्ट बना राहत की वजह
सोमवार को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "ट्रुथ सोशल" पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अमेरिका सोने के आयात पर किसी तरह का टैरिफ नहीं लगाएगा। हालांकि, उन्होंने इस फैसले के पीछे की वजह या नीति की विस्तृत जानकारी नहीं दी, लेकिन इतना कह देना ही काफी था कि बाजार को राहत मिले।
बुलियन मार्केट में लौटी स्थिरता
ट्रंप के इस बयान के बाद बुलियन मार्केट में स्थिरता देखी गई। सोने की कीमतों में जो हालिया तेजी आई थी, वह थम गई और निवेशकों में विश्वास लौटा। कई विशेषज्ञों का मानना है कि अगर टैरिफ लागू होता, तो यह अंतरराष्ट्रीय सोना व्यापार के लिए एक बड़ा झटका होता।
क्या है विशेषज्ञों की राय?
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि गोल्ड जैसी सुरक्षित संपत्ति पर टैरिफ लगाने का कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए भी नुकसानदेह हो सकता था। इससे अमेरिका में सोने की कीमतें और अधिक बढ़ सकती थीं, जिससे महंगाई पर असर पड़ता।