

बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने एक बड़ा अभियान चलाते हुए दो दिनों में 47 उग्रवादियों को मार गिराया है। इस दौरान अफगान सीमा से सटे इलाकों में भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद हुए हैं। सुरक्षा कारणों से 31 अगस्त तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
बलूचिस्तान में सेना की बड़ी कार्रवाई
New Delhi: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सुरक्षा बलों ने बीते दो दिनों के दौरान आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए कम से कम 47 उग्रवादियों को ढेर कर दिया है। यह कार्रवाई अफगानिस्तान की सीमा से सटे झोब जिले के संबाजा क्षेत्र में की गई। इस ऑपरेशन की पुष्टि पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग आईएसपीआर (ISPR) ने शनिवार, 9 अगस्त को की।
आईएसपीआर के अनुसार, 7 और 8 अगस्त की रात को संबाजा इलाके में चलाए गए अभियान में 33 उग्रवादियों को मार गिराया गया। इसके अलावा 8 और 9 अगस्त की रात को इसी इलाके के आसपास एक और ऑपरेशन में 14 उग्रवादियों को ढेर किया गया। इन अभियानों के दौरान भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी जब्त किए गए हैं।
बलूचिस्तान में इंटरनेट सेवाएं बंद
सुरक्षा स्थिति को देखते हुए बलूचिस्तान सरकार ने राज्य में 31 अगस्त तक मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। यह निर्णय 6 अगस्त को बलूचिस्तान के गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के बाद लिया गया, जिसमें कहा गया कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए यह कदम आवश्यक है। सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने इस फैसले की पुष्टि की है।
स्वतंत्रता दिवस से पहले सतर्कता
पाकिस्तान 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि आतंकवादी इस मौके को निशाना बना सकते हैं। ऐसे में पूरे बलूचिस्तान और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इंटरनेट सेवाएं निलंबित करना भी इसी सतर्कता का हिस्सा बताया जा रहा है।
खैबर पख्तूनख्वा में बम धमाका
बलूचिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भी आतंकी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बीते गुरुवार को दक्षिण वजीरिस्तान जिले के वाना तहसील में एक टैक्सी स्टैंड के पास पुलिस गश्ती दल के नजदीक हुए बम धमाके में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 13 अन्य घायल हुए। घायलों में तीन पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
टीटीपी के साथ संघर्षविराम टूटने के बाद बढ़े हमले
गौरतलब है कि नवंबर 2022 में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) द्वारा सरकार के साथ संघर्षविराम तोड़ने के बाद से खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान जैसे क्षेत्रों में उग्रवादी गतिविधियों में तेजी से इजाफा हुआ है। पाकिस्तानी सुरक्षा बल अब लगातार ऑपरेशनों के जरिए आतंकियों पर शिकंजा कसने की कोशिश कर रहे हैं।