जंग के बीच गाजा पर मेहरबान हुआ इजराइल, 124 लोगों की मौत के बाद भेजी मदद

इजराइल ने हमास के खिलाफ जंग के बाद पहली बार गाजा में हवाई मार्ग से मानवीय सहायता पहुंचाई है। इसमें आटा, चीनी, दवाइयां और डिब्बाबंद खाना शामिल हैं। इजराइल ने संयुक्त राष्ट्र के लिए सुरक्षित रास्तों और कुछ हिस्सों में सीजफायर का भी ऐलान किया है। गाजा में 22 महीने से चल रहे संघर्ष के कारण अब तक 124 लोगों की भूख से मौत हो चुकी है, जिनमें 81 बच्चे हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि लोग नमक और पानी पर गुजर-बसर कर रहे हैं।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 28 July 2025, 9:21 AM IST
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New Delhi: इजराइल ने हमास के खिलाफ जारी जंग के बाद रविवार को पहली बार गाजा में मानवीय सहायता भेजी है। इजराइली सेना (IDF) ने हवाई मार्ग से गाजा में आटा, चीनी, दवाइयां और डिब्बाबंद खाना पहुंचाया। यह कदम अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर उठाया गया है, जिसका उद्देश्य गाजा में भुखमरी और कुपोषण के संकट का समाधान करना है। इसके साथ ही, इजराइल ने गाजा के कुछ हिस्सों में सीजफायर की घोषणा भी की है, ताकि संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं सुरक्षित मार्ग से सहायता पहुंचा सकें।

इजराइल का सीजफायर और संयुक्त राष्ट्र के लिए सुरक्षित मार्ग का ऐलान

इजराइल के रक्षा अधिकारियों ने गाजा में मानवीय सहायता भेजने के लिए सीजफायर का ऐलान किया है, साथ ही संयुक्त राष्ट्र के लिए सुरक्षित रास्ते बनाने की भी घोषणा की है, ताकि वहां के लोग जल्द से जल्द सहायता प्राप्त कर सकें। इजराइल का कहना है कि वह अब UN की सहायता वितरण में कोई रुकावट नहीं डालने वाला। इससे पहले, मार्च से मई तक इजराइल ने गाजा में बाहरी सहायता पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब इसने गाजा की जनता के लिए सहायता भेजने का रास्ता खोल दिया है।

गाजा में बढ़ती भुखमरी और कुपोषण की स्थिति

इजराइल-हमास संघर्ष को 22 महीने हो चुके हैं, और इस बीच गाजा में भुखमरी और कुपोषण की स्थिति बहुत ही गंभीर हो गई है। इस संघर्ष के कारण अब तक 124 लोग भूख से मारे जा चुके हैं, जिनमें से 81 बच्चे शामिल हैं। जुलाई महीने में अकेले 40 लोग भूख से मरे, जिनमें 16 बच्चे थे। इस बीच, पत्रकारों और चिकित्सा अधिकारियों ने गाजा में स्थितियों की गंभीरता को उजागर किया है।

गाजा में बढ़ते कुपोषण के कारण कई लोग संकट का सामना कर रहे हैं। एक पत्रकार ने बताया कि उसने 21 महीने में 30 किलो वजन घटाया है और अब थकान और चक्कर आना सामान्य हो गया है। वहीं, नासिर अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि गाजा में कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अस्पताल के कर्मचारी बताते हैं कि युद्ध शुरू होने के बाद से, पहले हवाई हमलों में घायल होने वाले लोग अस्पताल में भर्ती होते थे, लेकिन अब कुपोषण से पीड़ित बच्चे ज्यादा संख्या में पहुंचने लगे हैं।

गाजा में बिस्किट और अन्य खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतें

गाजा में खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि हो गई है। रिपोर्टों के मुताबिक, 50 ग्राम के बिस्किट पैकेट की कीमत 750 रुपए तक पहुंच गई है और नकद निकालने के लिए 45% तक कमीशन देना पड़ता है। इसके कारण लोग केवल नमक और पानी पर जीवित रहने को मजबूर हो गए हैं।

इजराइल की मानवीय सहायता पहल

इजराइली सेना ने शनिवार को घोषणा की थी कि वह गाजा के लिए 'ह्यूमेटेरियन कॉरिडोर' खोलेगी, जिसके जरिए मानवीय सहायता पहुंचाई जाएगी। अमेरिकी राजदूत येचील लेइटर ने बताया कि गाजा के लोगों के लिए इस कदम से खाद्य, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं भेजी जाएंगी। इजराइल के इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान गाजा की गंभीर स्थिति पर गया है। गाजा में कुपोषण और भुखमरी का संकट बढ़ता जा रहा है, और यह संकट विशेष रूप से बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा की एक तिहाई आबादी को कुछ ही दिनों में भोजन मिल पा रहा है, जो उनकी जीवित रहने की स्थिति को और कठिन बना रहा है।

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