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बहुमंजिला आवासीय परिसर में लगी भीषण आग पर काबू पाने के लिए लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी दमकलकर्मी जूझते रहे। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 83 हो गई है, जबकि 280 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं। अधिकारियों ने इसे पिछले 70 वर्षों में शहर की सबसे बड़ी त्रासदी बताया।
इमारतो में लगी आग
New Delhi: हांगकांग में एक बहुमंजिला आवासीय परिसर में लगी भीषण आग पर काबू पाने के लिए लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी दमकलकर्मी जूझते रहे। इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 83 हो गई है, जबकि 280 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं। अधिकारियों ने इसे पिछले 70 वर्षों में शहर की सबसे बड़ी त्रासदी बताया।
अधिकारियों ने बताया कि लगभग 76 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 43 की हालत गंभीर है। मृतकों में एक दमकलकर्मी भी शामिल है। कई लोग अभी भी इमारतों में फंसे हुए हैं। सात में से चार ब्लॉक में लगी भीषण आग पर काबू पा लिया गया है, जबकि गुरुवार शाम को शेष 31 मंजिला इमारतों की ऊपरी मंजिलों पर आग धधकती रही।
Honk Kong Fire: हांगकांग में आग का तांडव, इमारतों में भीषण आग से 36 लोगों की मौत, 279 लोग लापता
हांगकांग में 26 नवंबर को अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में भीषण आग पर अभी भी पूरी तरह से काबू नहीं पाया गया है। इस बहुमंजिला आवासीय परिसर में लगी आग पर काबू पाने के लिए बचाव दल गुरुवार (28 नवंबर 2025) को दूसरे दिन भी जूझते रहे। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 83 हो गई है, जबकि 280 से अधिक लोग लापता हैं। अधिकारियों ने इसे पिछले 70 वर्षों में शहर की सबसे बड़ी त्रासदी बताया।
रिपोर्ट के मुताबिक अधिकार ने बताया कि लगभग 76 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 43 की हालत गंभीर है। मृतकों में एक दमकलकर्मी भी शामिल है। कई लोग अभी भी इमारतों में फंसे हुए हैं। सात में से चार ब्लॉक में लगी भीषण आग पर काबू पा लिया गया है, जबकि शाम को शेष 31 मंजिला इमारतों की ऊपरी मंजिलों पर आग धधकती रही। अभी भी बड़े पैमाने पर बचाव कार्य जारी है और फंसे लोगों को इमारतों से निकाला जा रहा है।
आग लगने का सही कारण क्या था ये अभी तक पता नहीं चल पाया है। सरकार ने इस मामले में आपराधिक जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं। अधिकारी ने बताया कि सात इमारतें पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी हैं, जिनमें से प्रत्येक 32 मंजिला है। हांगकांग सरकार ने प्रभावितों के लिए 30 करोड़ हांगकांग डॉलर (करीब 4.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर) की राहत का ऐलान किया है। सैकड़ों विस्थापित निवासियों को अस्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया गया है।