डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ बम: दवाओं से लेकर ट्रकों तक, बढ़े टैक्स से बढ़ेगी महंगाई और वैश्विक तनाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फार्मा, फर्नीचर और ट्रक जैसे प्रमुख उत्पादों पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस कदम से वैश्विक व्यापार प्रभावित होगा और अमेरिका में महंगाई बढ़ने की आशंका है। ट्रंप का दावा है कि इससे घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बल मिलेगा।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 26 September 2025, 8:18 AM IST
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New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया को चौंकाते हुए नए टैरिफ की घोषणा की है। इस बार निशाने पर हैं फार्मास्यूटिकल्स, फर्नीचर, किचन कैबिनेट्स और भारी ट्रक जैसे प्रमुख उत्पाद, जिन पर 25% से 100% तक का अतिरिक्त आयात शुल्क लगाया जाएगा। ट्रंप ने कहा है कि इन टैरिफ का उद्देश्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और विदेशी कंपनियों के दबाव से अमेरिकी उद्योग को बचाना है।

कौन-कौन से उत्पाद हैं टारगेट पर

• फार्मास्यूटिकल्स पर 100% टैरिफ
उन देशों को बड़ा झटका लगेगा जो अमेरिका को दवाइयों का सबसे अधिक निर्यात करते थे।
• किचन कैबिनेट और बाथरूम वैनिटी पर 50% टैरिफ
इससे निर्माण उद्योग की लागत बढ़ेगी और नए घरों की कीमतें बढ़ सकती हैं।
• फर्नीचर पर 30% टैरिफ
विदेशी फर्नीचर की कीमतों में भारी इजाफा होगा जिससे उपभोक्ताओं की जेब पर असर पड़ेगा।
• हेवी ट्रक्स पर 25% टैरिफ
ट्रंप का कहना है कि इससे अमेरिकी ट्रक निर्माता जैसे पीटरबिल्ट, फ्रेटलाइनर और मैक ट्रक्स को विदेशी प्रतिस्पर्धा से राहत मिलेगी।

डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ बम

फार्मा सेक्टर को सबसे बड़ा झटका

2024 में अमेरिका ने 233 अरब डॉलर की दवाइयों और मेडिसिन का आयात किया था। ट्रंप की घोषणा के अनुसार, यदि कोई विदेशी कंपनी अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाएगी तो उसे इस टैरिफ से छूट मिलेगी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि पहले से अमेरिका में मौजूद कंपनियों पर इसका क्या असर होगा।

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महंगाई का खतरा और अर्थव्यवस्था पर असर

फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने पहले ही चेताया है कि वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से अमेरिका में महंगाई का स्तर बढ़ सकता है। ट्रंप के टैरिफ निर्णय से यह खतरा और बढ़ गया है। उन्होंने साफ कहा कि बढ़ती लागत ही महंगाई के लिए “मुख्य जिम्मेदार” है।

घरेलू मैन्युफैक्चरिंग बनाम वैश्विक ट्रेड

ट्रंप का यह कदम घरेलू उद्योग को बचाने की दिशा में उठाया गया बताया जा रहा है। उनका दावा है कि टैरिफ लगाने से कंपनियां अमेरिका में निर्माण को प्राथमिकता देंगी, जिससे जॉब्स और इन्वेस्टमेंट में बढ़ोतरी होगी। लेकिन हकीकत इसके उलट नजर आ रही है। श्रम सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2025 से अब तक मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में 42,000 नौकरियां घट चुकी हैं, जबकि कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 8,000 जॉब्स की कटौती हुई है। इससे यह स्पष्ट है कि टैरिफ का सीधा लाभ रोजगार सृजन में नहीं मिल रहा।

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फर्नीचर और कैबिनेट इंडस्ट्री पर असर

ट्रंप ने कहा है कि फर्नीचर और कैबिनेटरी के विदेशी उत्पाद अमेरिकी मार्केट को “बाढ़” की तरह भर रहे हैं। उन्होंने इसे नेशनल सिक्योरिटी का मुद्दा बताते हुए टैरिफ लागू करने की बात कही। इसका सबसे बड़ा असर अमेरिका के घर निर्माण सेक्टर पर पड़ेगा, जहां पहले ही आवास की कमी और हाई लेंडिंग रेट्स के चलते खरीदार परेशान हैं।

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  • New Delhi

Published : 
  • 26 September 2025, 8:18 AM IST