Doha Diamond League 2025: भारत की जबरदस्त शुरुआत, नीरज चोपड़ा ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो से रचा इतिहास

गोल्डन बॉय कहे जाने वाले ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग 2025 में अपने सीजन की जबरदस्त शुरुआत करते हुए इतिहास रच दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट

Post Published By: Jaya Pandey
Updated : 17 May 2025, 10:33 AM IST
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दोहा: भारत के गोल्डन बॉय और ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर देश का नाम रोशन कर दिया है। उन्होंने शुक्रवार को दोहा डायमंड लीग 2025 में अपने सीजन की जबरदस्त शुरुआत करते हुए इतिहास रच दिया। दोहा के सुहेम बिन हमाद स्टेडियम में आयोजित पुरुष भाला फेंक इवेंट में नीरज ने तीसरे प्रयास में 90.23 मीटर का भाला फेंक कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह दूरी न केवल उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ थ्रो रही, बल्कि इसके साथ ही उन्होंने 90 मीटर की ऐतिहासिक बाधा को भी पार कर लिया। नीरज ऐसा करने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.94 मीटर था, जो उन्होंने स्टॉकहोम डायमंड लीग 2022 में किया था। इस बार उन्होंने उस प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए नई ऊंचाई को छू लिया है।

तीसरे प्रयास में रचा इतिहास

प्रतियोगिता के पहले दो प्रयासों में नीरज ने संतुलित थ्रो किए, लेकिन तीसरे प्रयास में उन्होंने खुद को पूरी तरह से पोजीशन किया, ध्यान केंद्रित किया और फिर अपनी पूरी ताकत लगाते हुए भाला फेंका। भाला जब हवा में गया तो हर किसी की नजरें उसकी दूरी पर टिक गईं, और जैसे ही 90.23 मीटर की घोषणा हुई, पूरे स्टेडियम में तालियों की गूंज उठी।

सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक खिलाड़ियों में शुमार

नीरज की इस उपलब्धि ने भारत के एथलेटिक्स इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। यह थ्रो न केवल उनकी तकनीकी परिपक्वता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक खिलाड़ियों में शुमार हैं।

भारत में खुशी की लहर

दोहा डायमंड लीग की यह जीत उनके लिए आगामी ओलंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स की तैयारियों के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई है और सोशल मीडिया पर उन्हें बधाइयों का तांता लग गया है।

यह सफलता युवाओं के लिए बनी प्रेरणा

नीरज चोपड़ा की यह सफलता युवाओं के लिए प्रेरणा है और भारतीय एथलेटिक्स को नई दिशा देने का कार्य कर रही है। अब सभी की नजरें उनके आगामी प्रदर्शन और पेरिस ओलंपिक 2028 की तैयारियों पर टिकी हैं।

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