

सोशल मीडिया पर घंटों बिताना आज की दिनचर्या बन चुकी है, लेकिन क्या आपको पता है कि यह आदत आपकी बालों की सेहत पर भी बुरा असर डाल रही है? एक्सपर्ट्स के मुताबिक युवाओं में समय से पहले गंजेपन की एक बड़ी वजह सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताना है।
सोशल मीडिया (सोर्स-गूगल)
New Delhi: आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। सुबह नींद खुलते ही सबसे पहले व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम या फेसबुक चेक करना और फिर दिनभर रील्स, स्टोरीज़ और पोस्ट्स की दुनिया में डूबे रहना एक आम आदत बन गई है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये आदत सिर्फ आपकी आंखों या दिमाग ही नहीं, बल्कि आपके बालों के लिए भी खतरनाक हो सकती है?
बाल झड़ने की उम्र हो रही कम
हेयर ट्रांसप्लांट और स्किन स्पेशलिस्ट्स का कहना है कि सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग के चलते अब 20-25 साल के युवा भी गंजेपन (Hair Loss) की समस्या से जूझ रहे हैं, जो पहले 40 की उम्र के बाद आम मानी जाती थी। युवाओं में हेयरलाइन कम होना, फ्रंट हेयर फॉल और स्कैल्प दिखाई देना जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं।
सोशल मीडिया और गंजेपन का सीधा संबंध
नींद की कमी
रात को देर तक मोबाइल चलाना, रील्स देखना या चैटिंग करने के कारण लोगों की नींद पूरी नहीं हो पाती। जब शरीर को पूरा आराम नहीं मिलता, तो रिकवरी सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे बालों की ग्रोथ प्रभावित होती है और धीरे-धीरे बाल गिरने लगते हैं।
मानसिक तनाव और चिंता
सोशल मीडिया पर लाइक्स, कमेंट्स और फॉलोअर्स की चिंता करना, दूसरों से तुलना करना और लगातार स्क्रीन से चिपके रहना मानसिक तनाव को बढ़ाता है। स्ट्रेस, बालों के झड़ने की सबसे बड़ी वजहों में से एक है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-गूगल)
फिजिकल एक्टिविटी की कमी
डिजिटल दुनिया में मशगूल होकर लोग व्यायाम और चलने-फिरने से दूर होते जा रहे हैं। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कमजोर हो जाता है और स्कैल्प तक पोषण नहीं पहुंच पाता, जिससे बाल कमजोर होकर टूटने लगते हैं।
ब्लू लाइट का प्रभाव
मोबाइल और लैपटॉप स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट न सिर्फ आंखों को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि बालों की कोशिकाओं पर भी बुरा असर डालती है। इससे स्कैल्प की हेल्थ पर सीधा असर पड़ता है।
गंजेपन से बचाव के उपाय
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। डाइनामाइट न्यूज़ इस लेख में दी गई जानकारी को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है।