

हाल ही में न्यूट्रिशनिस्ट रिता जैन ने तीन ऐसी देसी और आसान ड्रिंक्स की जानकारी दी है, जो रोजाना सेवन करने पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में शरीर को मजबूत बना सकती हैं।
कैंसर से बचाव के घरेलू उपाय (सोर्स-गूगल)
New Delhi: कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है, जो दुनियाभर में तेजी से फैल रही है। हालांकि, एक स्वस्थ जीवनशैली और सही खानपान इसके जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट रिता जैन के अनुसार, हमारी रसोई में मौजूद कुछ आम और घरेलू चीजें कैंसर से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
रिता जैन ने तीन खास ड्रिंक्स (पेय पदार्थ) के बारे में बताया है, जो शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाकर कैंसर कोशिकाओं के खिलाफ लड़ाई में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन नेचुरल ड्रिंक्स के बारे में विस्तार से।
हल्दी और काली मिर्च का पानी
हल्दी को औषधीय गुणों के लिए आयुर्वेद में सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें Curcumin (करक्यूमिन) नामक तत्व पाया जाता है, जिसमें कैंसर-रोधी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जब इसे काली मिर्च के साथ लिया जाता है, तो पिपेरिन नामक कंपाउंड करक्यूमिन के अवशोषण को कई गुना बढ़ा देता है।
कैसे पिएं
– 1 गिलास गुनगुने पानी में ½ चम्मच हल्दी और ¼ चम्मच पिसी काली मिर्च मिलाएं।
– इसे अच्छी तरह मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें।
फायदे
कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकने में सहायक
शरीर में सूजन को कम करता है
एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर
ब्लैक कॉफी (काली कॉफी)
अगर आप कॉफी पसंद करते हैं, तो यह आपके लिए डबल फायदा देने वाली खबर है। ब्लैक कॉफी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और बायोएक्टिव कंपाउंड्स लिवर और कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं।
कैसे पिएं
– बिना दूध और चीनी के 1-2 कप ब्लैक कॉफी रोजाना सेवन करें।
– जरूरत से ज्यादा सेवन से बचें।
फायदे
लिवर और आंत के कैंसर का खतरा घटता है
शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है
मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में सहायक
ग्रीन टी
ग्रीन टी को हेल्दी ड्रिंक्स में टॉप पर रखा जाता है। इसमें मौजूद Epigallocatechin Gallate (EGCG) नामक एंटीऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है।
कैसे पिएं
– गर्म (उबलता नहीं) पानी में ग्रीन टी बैग डालें और 2-3 मिनट तक रहने दें।
– चाहें तो थोड़ा नींबू रस भी मिला सकते हैं।
– दिन में 1-2 कप पिएं।
फायदे
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सामान्य स्वास्थ्य जानकारी प्रदान करता है। किसी भी बीमारी की रोकथाम, निदान या इलाज के लिए डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें। प्राकृतिक उपायों का असर व्यक्ति विशेष पर अलग-अलग हो सकता है।