

अक्षय कुमार और अरशद वारसी स्टारर जॉली एलएलबी 3 आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। सुभाष कपूर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में दोनों पॉपुलर वकील पहली बार आमने-सामने नजर आए हैं। फिल्म को सोशल मीडिया और क्रिटिक्स से पॉजिटिव रिव्यू मिल रहे हैं।
अक्षय-अरशद की जोड़ी ने जमाया रंग
Mumbai: बॉलीवुड की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘Jolly LLB 3’ आखिरकार 19 सितंबर को बड़े पर्दे पर दस्तक दे चुकी है। दर्शक लंबे समय से इस फिल्म का इंतजार कर रहे थे और रिलीज के साथ ही सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा तेज हो गई है। सुभाष कपूर के निर्देशन में बनी इस कोर्टरूम ड्रामा फिल्म में पहली बार अक्षय कुमार और अरशद वारसी एक ही मंच पर एक-दूसरे के खिलाफ वकील बनकर भिड़ते नजर आ रहे हैं।
‘Jolly LLB’ फ्रैंचाइज़ की तीसरी किस्त में जहां अक्षय कुमार ने अपने पिछले किरदार को आगे बढ़ाया है, वहीं अरशद वारसी अपने पहले वाले जॉली के रूप में वापसी कर रहे हैं। फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इन दोनों के बीच होने वाली जोरदार बहस और तर्कों की लड़ाई है। वहीं सौरभ शुक्ला एक बार फिर जज सुंदर लाल त्रिपाठी के किरदार में दिखाई दे रहे हैं, जो अपने अनोखे अंदाज और कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को खूब हंसाते हैं। फिल्म में हुमा कुरैशी और अमृता राव भी अहम भूमिकाओं में नजर आ रही हैं।
रिलीज होते ही Jolly LLB 3 को क्रिटिक्स और दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। फिल्म की एडवांस बुकिंग पहले ही मजबूत रही थी और सिनेमाघरों में पहले दिन अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। सोशल मीडिया पर नेटिज़न्स ने कहानी, डायलॉग और कोर्टरूम ड्रामा को एंटरटेनिंग बताया है। कई लोगों का कहना है कि यह फिल्म पिछले दोनों पार्ट्स से कहीं ज्यादा दिलचस्प है।
फिल्म का सफर आसान नहीं रहा। रिलीज से पहले Jolly LLB 3 पर न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था। खासकर इसके प्रमोशनल कंटेंट और “भाई वकील है” गाने को लेकर फिल्म विवादों में घिर गई थी। बॉम्बे और इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिकाएं दाखिल हुईं, लेकिन दोनों अदालतों ने इन्हें खारिज कर दिया। अदालतों ने कहा कि व्यंग्य किसी संस्था की गरिमा को कम नहीं करता। इसके बाद फिल्म में कुछ मामूली एडिटिंग की गई और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) ने इसे यू/ए सर्टिफिकेट और “16+ एडवाइजरी” के साथ मंजूरी दे दी।
सोशल मीडिया पर दर्शक अक्षय और अरशद की केमिस्ट्री की जमकर तारीफ कर रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे “फुल एंटरटेनिंग कोर्टरूम ड्रामा” बताया, तो वहीं कई लोगों का कहना है कि फिल्म की सबसे बड़ी खासियत इसका व्यंग्य और रियलिस्टिक टच है।
फिल्म की सफलता का मुख्य कारण इसका मज़बूत स्क्रीनप्ले और दमदार डायलॉग्स माने जा रहे हैं। साथ ही, जज सुंदर लाल त्रिपाठी का किरदार एक बार फिर दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रहा है। कुल मिलाकर, जॉली एलएलबी 3 दर्शकों को हंसाने, सोचने और मनोरंजन करने में पूरी तरह सफल साबित हो रही है।