

चंद्रशेखर आजाद के हाउस अरेस्ट के विरोध में हुई हिंसा ने पूरे प्रयागराज को हिलाकर रख दिया है। पुलिस और भीड़ के बीच हुई झड़प ने इस घटना को एक बड़ा मोड़ दे दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
चंद्रशेखर की हाउस अरेस्ट के बाद हुई हिंसा
Prayagraj News: आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद को रविवार को प्रयागराज में हाउस अरेस्ट कर लिया गया। चंद्रशेखर आजाद कौशांबी और करछना में हाल ही में हुई घटनाओं के पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के लिए जा रहे थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने उन्हें रुकने का आदेश देते हुए उन्हें सर्किट हाउस में हाउस अरेस्ट कर लिया। इस पर चंद्रशेखर और उनके समर्थकों ने सर्किट हाउस में ही धरना शुरू कर दिया।
5000 समर्थकों का विरोध
चंद्रशेखर आजाद के हाउस अरेस्ट के खिलाफ उनके लगभग 5000 समर्थक सड़कों पर उतर आए। समर्थकों ने करछना इलाके में हंगामा करना शुरू कर दिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने पुलिस की गाड़ियों पर तोड़फोड़ की और बसों पर पथराव किया। पुलिस के 8 गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया, वहीं 7 प्राइवेट गाड़ियों और बसों को भी तोड़ा गया। यह हिंसा तेजी से फैल गई और पुलिस के लिए स्थिति नियंत्रण करना मुश्किल हो गया।
भडेवरा बाजार में पथराव और भगदड़
समर्थकों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा था। भडेवरा बाजार में भीड़ ने आम नागरिकों पर ईंट-पत्थर चलाए, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान कई महिलाएं और बच्चे घायल हो गए, और कुल मिलाकर 15 लोग जख्मी हुए। इसके अलावा, कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई और दुकानों के शीशे भी तोड़े गए। दुकानदारों का कहना है कि विशेष रूप से सवर्ण समाज की दुकानों में तोड़फोड़ की गई है, जो इस घटना को और भी संवेदनशील बना रही थी।
पुलिस की कार्रवाई और भीड़ को खदेड़ने की कोशिश
पुलिस ने हिंसा को काबू करने के लिए लाठीचार्ज किया और भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की अतिरिक्त फोर्स करछना क्षेत्र में भेजी गई। नैनी, औद्योगिक क्षेत्र, करछना, घूरपुर, कौंधियारा, कीडगंज, बारा, मुट्ठीगंज थाने की फोर्स को घटनास्थल पर तैनात किया गया। पुलिस ने पीएसी और आरएएफ को भी मौके पर बुलाया ताकि हालात पर काबू पाया जा सके।
भीम आर्मी के हिरासत में 17 कार्यकर्ता
भीम आर्मी के समर्थकों ने पुलिस पर और भी दबाव बनाने की कोशिश की। ईंट-पत्थर और लाठियों से पुलिस की गाड़ियों पर हमला किया गया, जिससे एक पुलिस गाड़ी पूरी तरह से तोड़ दी गई। इससे भी आगे बढ़ते हुए, पुलिस की गाड़ी पलट दी गई। पुलिस ने इस घटना के बाद 17 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल
पुलिस द्वारा किए गए नियंत्रण प्रयासों के बाद स्थिति अब धीरे-धीरे काबू में आ रही है, लेकिन इलाके में अभी भी तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की है और सभी प्रमुख स्थानों पर निगरानी रखी जा रही है।