

जिले के परोंख गांव में बलई बाबा मंदिर की दीवार तोड़ने पर ग्रामीणों ने जोरदार विरोध किया। ग्राम प्रधान पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए लोगों ने सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद स्थिति पर काबू पाया गया और मंदिर की सुरक्षा का आश्वासन दिया गया।
मंदिर की दीवार तोड़ने पर भड़के ग्रामीण
Mainpuri: मैनपुरी जनपद के कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम परोंख में बलई बाबा मंदिर की दीवार तोड़े जाने की घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों ने रविवार सुबह गांव की मुख्य सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया, जिससे घंटों यातायात प्रभावित रहा। मामला उस समय गरमा गया जब यह सामने आया कि मंदिर की दीवार को तोड़कर जबरन रास्ता निकाला जा रहा था, जिसे लेकर ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के बीच विवाद शुरू हो गया। परोंख वही गांव है जो देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम से भी जुड़ा रहा है।
मंदिर की दीवार तोड़ने पर भड़के ग्रामीण
ग्रामीणों के अनुसार, बलई बाबा मंदिर की बाउंड्री वॉल का निर्माण उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के सहयोग से हुआ था। सरकारी बजट से इस मंदिर का सौंदर्यीकरण करवाया गया था। लेकिन हाल ही में कुछ दबंगों और ग्राम प्रधान की मिलीभगत से रात के अंधेरे में मंदिर की दीवार को तोड़ दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान नीरज चौहान और उनके पति पृथ्वीराज चौहान मिलकर यह प्रयास कर रहे हैं कि मंदिर के बगल से एक रास्ता निकालकर उसे रामवीर सिंह के घर तक पहुंचाया जाए।
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पूर्व प्रधान कौशलेंद्र सिंह और गांव के अन्य प्रमुख लोगों जैसे रिंकू चौहान ने विरोध करते हुए कहा कि यह देवस्थान की भूमि है, जिसे किसी भी हालत में तोड़ा नहीं जा सकता। ग्रामीणों ने बताया कि मंदिर की दीवार तोड़ना केवल धार्मिक भावनाओं का अपमान नहीं, बल्कि कानून का भी उल्लंघन है। कौशलेंद्र सिंह, पूर्व प्रधान ने कहा कि हम लोग इस मंदिर से जुड़ी आस्था को मिटने नहीं देंगे। प्रधान और उसके साथियों ने मंदिर की दीवार रात में गिरवाई। हम सब इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
दीवार टूटने की खबर फैलते ही रविवार की सुबह गांव वालों ने मुख्य मार्ग पर बैठकर चक्का जाम कर दिया। जाम के कारण आसपास के इलाकों में यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। हालात को बिगड़ते देख मौके पर क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार सिंह और उप जिलाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह तुरंत पहुंचे। अधिकारियों ने दोनों पक्षों की बात सुनी और मौके पर स्थानीय निरीक्षण कर जांच के आदेश दिए। क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार सिंह ने ग्रामीणों को समझाया कि मंदिर की दीवार को दोबारा नहीं तोड़ा जाएगा और स्थिति को जल्द सामान्य कर दिया जाएगा।