

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम श्रीआईआईआईएम भारती परिसर में गई, जहाँ घृणित और तथाकथित आध्यात्मिक गुरु स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती दशकों से छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और यौन शोषण करके अपने कुकृत्यों को अंजाम दे रहे थे। आश्रम की आड़ में चल रही डर्टी पिक्चर और बाबा स्वामी चैतन्यमंद के गंदे खेल पर डाइनामाइट न्यूज़ ने ग्रांउड जीरो पर जाकर कुछ ऐसे खुलासे किए जिनको देखकर आप भी दंग रह जाएंगे।
New Delhi: दिल्ली में आश्रम की आड़ में चल रही डर्टी पिक्चर और बाबा स्वामी चैतन्यमंद के गंदे खेल पर डाइनामाइट न्यूज़ ने ग्रांउड जीरो पर जाकर कुछ ऐसे खुलासे किए जिनको देखकर आप भी दंग रह जाएंगे।
गंदी हरकतों का राज पुलिस के सामने खोला तो सबसे पहले आश्रम चलाने वाला स्वामी चैतन्यानंद वहां से फरार हो गया। दरअसल वहां मैनेजमेंट कोर्स की पढ़ाई कर रही 17 छात्राओं ने संचालक चैतन्यानंद पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। बाबा की अश्लील चैट सामने आई है। जिसमें वह लड़कियों से कह रहा है कि मेरे कमरे में आ जाओ, तुमरो मैं विदेश ले चलूंगा और तुमको कोई खर्च भी नहीं करना होगा। अगर मेरी बात नहीं मानी तो तुम्हे फेल कर दूंगा।
डाइनामाइट न्यूज़ ने ग्रांउड जीरो पर जाकर बाबा द्वारा की गई चैट की कापी मौजूद है, जो साफ करती है, बाबा किस तरह से अपनी हवस का शिकार बनाने के लिए लड़कियों की तारीफ कर और विदेश जाने का लालच देकर छात्राओं को अपने जाल में फसाता था।
आरोपी बाबा चैतन्यानंद लड़कियों को वॉट्सऐप पर मैसेज करके बुलाता था। अगर लड़कियों नहीं आती थीं तो एग्जाम में उनके नंबर काटने और फेल करने की धमकी देता था। वह लड़कियों को विदेश ले जाने का लालच भी देता था। बाबा के साथ स्टाफ की 3 वॉर्डन भी आरोपी हैं, ये महिलाएं लड़कियों को धमकाती थीं और उनकी वॉट्सऐप चैट डिलीट करवाती थीं। पुलिस ने तीनों वॉर्डन महिलाओं के बयान भी दर्ज कर लिए हैं। जब ये घटना हुई उस वक्त बाबा लंदन में था। बाबा की वॉल्वो कार किसी और के नाम से रजिस्टर्ड है। बाबा पर मठ के साथ भी धोखाधड़ी करने की बात भी सामने आई है। इसकी भी जांच चल रही है।
हैरान करनी वाली बात यह है कि सभी विक्टिम EWS केटेगरी की छात्रा है, जो स्कॉलरशिप के जरिए अपने और अपने परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए पढ़ाई करने पहुंची थी। लेकिन उन्हे क्या पता था यंहा एक बाबा रुपी पाखंडी उन्हे अपनी हवस का शिकार बनाने के लिए जाल बुन रहा था और डरा धमका उन्हे अपनी हवस का शिकार बनाने के लिए जाल बुन रहा था।
बाबा का पता लगाने के लिए राजस्थान,दिल्ली ,हरियाणा ,यूपी,उत्तराखंड सहित कई राज्यों में छापेमारी की गई है। उसकी लास्ट लोकेशन आगरा मिली है. बाबा के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी का केस भी दर्ज कर लिया है। अब तक बाबा के खिलाफ कुल 5 केस दर्ज हो चुके हैं। बता दें कि श्री शृंगेरी मठ और उसकी संपत्तियों के प्रशासक पी.ए. मुरली की शिकायत पर स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ BNS की कई धाराओं में यौन उत्पीड़न का केस दर्ज किया गया है। मामला दिल्ली के पॉश इलाके वसंत कुंज के एक नामी आश्रम से जुड़ा है इसलिए ही खुलासा होते ही हर तरफ हड़कंप मच गया लेकिन बाबा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी अपनी महंगी वॉल्वो कार पर फर्जी एंबेसी/UN का नंबर प्लेट लगाकर घूमता था। चिन्मयानंद ने अपनी वॉल्वो कार पर "39 UN 1" लिखवाया था। पुलिस ने जब इस नंबर की जांच की और यूएन से रिपोर्ट मांगी, तो पता चला कि ऐसा कोई नंबर जारी ही नहीं किया गया है। आरोपी ने खुद ही कार पर यह फर्जी नंबर लिखवा लिया था। फिलहाल पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है और आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। स्वामी चैतन्यानंद मठ में लड़कियों से मिले; पुलिस ने एक आलीशान वोल्वो कार की नकली नंबर प्लेट ज़ब्त कर हटा दी।
आज, डाइनामाइट न्यूज़ की टीम श्रीआईआईआईएम भारती परिसर में गई, जहाँ घृणित और तथाकथित आध्यात्मिक गुरु स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती दशकों से छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और यौन शोषण करके अपने कुकृत्यों को अंजाम दे रहे थे।
लेकिन श्रीआईआईआईएम पर शिकंजा कसने से पहले, हमने शारदा मठ से जाँच शुरू करने का सोचा, जिससे यह संस्थान संबद्ध है।
हमने सबसे पहले पूछा कि क्या आरोपी लड़कियों के साथ मठ आता था। उन्होंने जवाब दिया कि हाँ, कभी-कभी वह उन्हें वहाँ लाता था और उन्हें वहाँ आने के लिए कहता था। जब हमने कारण के बारे में और पूछताछ की, तो उन्होंने कहा कि लड़कियाँ आशीर्वाद और आगे के मार्गदर्शन के लिए आती थीं।
जब हमने आगे जाँच करने की कोशिश की, तो उन्होंने सहयोग करने से इनकार कर दिया। वह अंदर लड़कियों के साथ क्या करता था? मामले की अभी और जाँच चल रही है, जिसका खुलासा उसके पकड़े जाने के बाद होगा।
फिर हम आगे की जाँच के लिए सीधे श्रीआईआईआईएम भारती पहुँचे। हमने गहराई से जाँच करने की कोशिश की, लेकिन प्रबंधन ने इनकार कर दिया। लेकिन क्या यह हास्यास्पद नहीं है कि चैतन्यानंद सरस्वती नाम का स्वामी खुद सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ी लड़कियों से छेड़छाड़ कर रहा था और उन पर अपना छद्म वर्चस्व जमा रहा था?
बात सिर्फ़ उन 32 लड़कियों की नहीं है जिन्होंने हिम्मत दिखाई; बात उन अनकही घटनाओं की भी है जिन्हें वह 2006 से अंजाम दे रहा था। 2006 और 2009 में उसके ख़िलाफ़ ऐसे ही और भी मामले दर्ज हुए; इतना ही नहीं, 2016 में उसे छेड़छाड़ के एक मामले में गिरफ़्तार भी किया गया, लेकिन वह ज़मानत पर आज़ाद छूट गया।