

गोरखपुर में चोरी की मास्टरमाइंड महिलाएं पुलिस के हत्थे चढ़ गयी हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर: जनपद के चौरी चौरा थाना क्षेत्र में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाली दो महिलाओं को पुलिस ने धर दबोचा है। इनके कब्जे से चोरी के दो मंगलसूत्र और एक सोने की चेन बरामद हुई है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत हुई, जिसका मकसद चोरों की कमर तोड़ना और अपराध पर लगाम लगाना है।
कैसे पकड़ी गईं चोरनी?
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट अनुसार 14 जून 2025 को एक महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि अज्ञात चोरों ने उसकी सोने की चेन और उसकी रिश्तेदार आशा देवी व अंकिता देवी के मंगलसूत्र चुरा लिए। इस शिकायत पर तुरंत मुकदमा (संख्या 330/2025) दर्ज किया गया, जिसमें भारतीय न्याय संहिता की धारा 303(2) के तहत कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस अधीक्षक उत्तरी के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी चौरी चौरा के नेतृत्व में थाना प्रभारी ने उ.नि. रजनीश मिश्रा की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की। इस टीम ने ताबड़तोड़ छानबीन शुरू की और आखिरकार दो महिलाओं, शीला और पूजा, को चोरी के माल के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
कौन हैं ये चोरनियां?
शीला: पति रमेश, निवासी संसारपार, थाना बड़हलगंज, गोरखपुर। इसका आपराधिक रिकॉर्ड अभी इस मुकदमे तक सीमित है।पूजा: पति अजय, उम्र 25 वर्ष, निवासी भड़वल, थाना बेलीपार, गोरखपुर। पूजा का पुराना रिकॉर्ड भी खंगाला गया, जिसमें 2021 में आबकारी अधिनियम और भादवि की धारा 272 के तहत मामला दर्ज था।पुलिस ने इनके कब्जे से दो मंगलसूत्र और एक सोने की चेन (पीली धातु) बरामद की। इसके आधार पर मुकदमे में धारा 317(2) भा.न्या.सं. को भी जोड़ा गया।
पुलिस की चुस्ती का कमाल
इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम की जितनी तारीफ की जाए, कम है। उ.नि. सौरभ झां, रजनीश मिश्रा, हेड कांस्टेबल विकास कुमार, कांस्टेबल ओमप्रकाश, और महिला कांस्टेबल साजिया खातून व सुमन विश्वकर्मा ने दिन-रात मेहनत कर इन चोरनियों को पकड़ा।
पुलिस ने दोनों अभियुक्ताओं को हिरासत में ले लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। यह गिरफ्तारी न सिर्फ चोरी की वारदातों को सुलझाने में बड़ी कामयाबी है, बल्कि इलाके में अपराधियों के लिए सख्त संदेश भी है कि गोरखपुर पुलिस की नजर से कोई बच नहीं सकता!
चेतावनी
गोरखपुर पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। अगर कोई अपराध की सोच रहा है, तो अभी भी वक्त है—सुधर जाओ, वरना पुलिस की हथकड़ी तैयार है!