

जनपद में चल रहे धोखाधड़ी विरोधी अभियान के अंतर्गत गोला पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैयर के निर्देशन में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।
गोरखपुर पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
गोरखपुर: जनपद में चल रहे धोखाधड़ी विरोधी अभियान के अंतर्गत गोला पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैयर के निर्देशन में की जा रही इस मुहिम के तहत पुलिस ने एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जिसने बैंक से लोन लेने के बाद खुद को मृत घोषित कर दिया और मोटी रकम हड़प ली।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अरुण कुमार है, जो कि पुत्र है सुबाष प्रसाद का और सेमरा चंदौली, थाना श्याम देउरवा, जनपद महराजगंज का निवासी है। उसने बैंक से लोन लेने के बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कराए और अपने नाम से नकली मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। इसके बाद उसने न सिर्फ लोन की किस्तें चुकाना बंद कर दिया, बल्कि बैंक से डेथ क्लेम के नाम पर एक मोटी रकम भी निकाल ली।
जब बैंक को इस धोखाधड़ी की भनक लगी तो उन्होंने तत्काल गोला थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मु.अ.सं. 548/2023 के तहत धारा 406, 420, 467, 468, 471, 409, व 120बी IPC में मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी। इस मामले के खुलासे के लिए थानाध्यक्ष अंजुल चतुर्वेदी के निर्देशन में उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह यादव की टीम को लगाया गया। पुलिस टीम ने सूत्रों से मिली गोपनीय सूचना और तकनीकी निगरानी के जरिए अरुण कुमार की घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हो गया कि आरोपी ने पूरी साजिश बेहद सुनियोजित तरीके से रची थी और बैंक अधिकारियों को भ्रमित करने के लिए दस्तावेजों की फर्जी श्रृंखला खड़ी की थी। गोला पुलिस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इस तरह की धोखाधड़ी और जालसाजी करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि समाज में एक सख्त संदेश जाए और बैंकिंग सिस्टम की पारदर्शिता और सुरक्षा बनी रहे। इस गिरफ्तारी को पुलिस विभाग बड़ी उपलब्धि मान रहा है और इसे धोखाधड़ी के खिलाफ अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।