

चंदौसी के एक निजी अस्पताल पर एक व्यक्ति ने गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। मामले की जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पीड़िता के साथ उनके परिजन ( सोर्स - रिपोर्टर )
चंदौसी: जनपद बदायूं के ग्राम खरगपुर, तहसील बिसौली निवासी चंद्रकेश ने चंदौसी के एक निजी अस्पताल पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। आरोप है कि उनकी पत्नी रीता का गलत ऑपरेशन किया गया, जिससे उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई है। उन्होंने डॉक्टर पर न केवल चिकित्सा लापरवाही बल्कि अभद्र व्यवहार और जान से खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, चंद्रकेश ने बताया उन्होंने 19 मई 2024 को अपनी पत्नी रीता का ऑपरेशन चंदौसी स्थित आर.एस. हॉस्पिटल में कराया था, जिसे डॉक्टर रामाशंकर द्वारा अंजाम दिया गया। लेकिन ऑपरेशन के बाद भी मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। उल्टा उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। जब परिजनों ने डॉक्टर से इस पर सवाल किया तो उन्होंने आश्वासन दिया कि मरीज को मुरादाबाद ट्रॉमा सेंटर ले जाकर इलाज कराया जाएगा। लेकिन इसके विपरीत, डॉक्टर रीता को बिलारी के एक अन्य निजी अस्पताल में भर्ती कराकर लौट आए।
मरीज की बिगड़ती हालत को देखते हुए जब परिजनों ने दोबारा डॉक्टर रामाशंकर से संपर्क किया, तो उन्होंने कथित तौर पर गाली-गलौज की और अमानवीय व्यवहार करते हुए "ज़हर का इंजेक्शन लगवाने" जैसी बातें कह डालीं। परिजनों ने तत्काल 112 पर कॉल कर पुलिस को मौके पर बुलाया। हालांकि, डॉक्टर ने पुलिस को यह कहकर समझा लिया कि वह उचित इलाज कराएंगे।
पीड़ित चंद्रकेश का कहना है कि उन्होंने अपनी पत्नी का इलाज अन्य स्थानों पर भी कराया, जहां सभी डॉक्टरों ने ऑपरेशन को गलत बताया और कहा कि उसी के कारण रीता की हालत गंभीर बनी हुई है। परिजनों ने इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से की है और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इस घटना ने न केवल चिकित्सा तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि निजी अस्पतालों की जवाबदेही और मरीजों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता पैदा कर दी है। पीड़ित परिवार अब न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है और दोषियों को सजा दिलाने की मांग कर रहा है।