

मेरठ जेल में 172 दिनों से बंद मुस्कान से उसका परिवार का कोई भी सदस्य मिलने नहीं आया। पति सौरभ हत्याकांड के आरोप में जेल में बंद मुस्कान को सिर्फ साथी बंदियों और जेल प्रशासन का सहारा मिला है। वह NGO के द्वारा दिए गए कपडों को पहन रही है।
मुस्कान का पुलिस की गिरफ्त में फोटो
Meerut: मेरठ के सौरभ हत्याकांड की मुख्य आरोपी उसकी पत्नी मुस्कान इस वक्त जेल में बंद है। मुस्कान पिछले 172 दिनों से जेल में बंद है, लेकिन उससे कोई परिचित या परिजन मिलने नहीं आया। वह सिर्फ महिला कैदियों के साथ रह रही है और अब वहीं महिलाएं उसकी साथी है। परिवार वालों ने ना तो कोई सामान भेजा और ना कोई मिलने आया।
मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी और मां कविता वहीं इंद्रानगर में रहते हैं। हालांकि, परिवार और मुस्कान के बीच दूरी बन गई है। जेल प्रशासन और एनजीओ की मदद से मुस्कान को कपड़े और अन्य जरूरी सामान मिलते हैं। जेल में वह वही कपड़े पहनती है, जो एनजीओ से आते हैं।
मुस्कान ने जेल प्रशासन को अपनी बेल की गुहार लगाई है, लेकिन निचली अदालत ने उनकी अर्जी को खारिज कर दिया है। अब वह हाईकोर्ट में बेल के लिए आवेदन करने की तैयारी कर रही है। जेल प्रशासन उसकी वकील के जरिए हाईकोर्ट में आवेदन दायर करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका है।
मुस्कान प्रेग्नेंट है, इसलिए उसको प्रेग्नेंट महिलाओं के साथ अलग रखा गया है। जेल में वह नियमित दिनचर्या का पालन करती है। सुबह 6 बजे उठकर 7 बजे तक तैयार हो जाती है, फिर योग और वॉक करती है। 8 बजे ब्रेकफास्ट लेती है।
मुस्कान ने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है, इसलिए वह रामायण जैसे धार्मिक ग्रंथ नहीं पढ़ पाती, लेकिन जब अन्य महिला बंदी रामायण या सुंदरकांड पढ़ती हैं तो वह ध्यान से सुनती है। मुस्कान पूजा-पाठ काफी ज्यादा करती है। वहीं, मुस्कान का बॉयफ्रेंड और उसके पति की हत्या में शामिल साहिल जेल में बागवानी का काम करता है।
सीनियर जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि जेल में कई बार बंदियों के परिजन कपड़े और जरूरी सामान भेजते हैं, लेकिन मुस्कान के लिए अभी तक ऐसा कोई प्रयास नहीं हुआ है। एनजीओ के सहयोग से जरूरत के अनुसार बंदियों को कपड़े दिए जाते हैं, जिनमें सूट और साड़ियां प्रमुख हैं। मुस्कान ज्यादातर वही कपड़े पहनती है जो एनजीओ से मिलते हैं।