

मैनपुरी के अहमलपुर गांव में 6 अगस्त 2025 को एक युवती ने रेप के बाद खुदकुशी कर ली। परिवार और ग्रामीणों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, लेकिन पुलिस अभी तक गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। इस मामले को लेकर भारतीय कश्यप सेना ने एसपी कार्यालय का घेराव किया है।
मैनपुरी में युवती की आत्महत्या के बाद प्रदर्शन
Mainpuri: मैनपुरी जिले के अहमलपुर गांव में 6 अगस्त 2025 को एक युवती ने बीते कुछ दिनों पहले हुई रेप की घटना से आहत होकर अपनी जान दे दी। यह घटना पूरे क्षेत्र में सनसनी फैलाने वाली है, और लोग न्याय की उम्मीद में सड़कों पर उतर आए हैं। परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जिससे उनका गुस्सा फूटा है।
मैनपुरी: युवती का रेप के बाद आत्महत्या के मामले में कार्रवाई को लेकर एसपी कार्यालय का घेराव, 6 अगस्त 2025 को रेप की घटना से आहत होकर युवती ने की थी आत्महत्या, 12 तारीख को भारतीय कश्यप सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एसपी कार्यालय में ताला डालने की दी धमकी, बेवर थाना क्षेत्र के… pic.twitter.com/qauvnfUPGC
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 5, 2025
आरोप है कि गांव के ही युवक प्रशांत पांडे ने युवती के साथ बलात्कार किया। घटना के दौरान पड़ोस के लोगों ने आवाज सुनी, लेकिन आरोपी ने युवती को अर्धनग्न अवस्था में छोड़कर भागने की कोशिश की। इससे युवती को गहरा सदमा लगा और उसने आत्महत्या कर ली।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी प्रशांत पांडे को गिरफ्तार नहीं कर रही है, जो कि पुलिस के संरक्षण का संकेत है। इस वजह से ग्रामीण और परिजन नाराज हैं और उन्होंने आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर भारतीय कश्यप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह खालसा ने एसपी कार्यालय का घेराव किया। उन्होंने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, और यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे ताला जड़ने की धमकी देंगे। 12 अगस्त को खालसा ने एसपी कार्यालय में ताला डालने की बात कही।
मैनपुरी में युवती की आत्महत्या के बाद प्रदर्शन
परिजनों का कहना है कि युवती के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या हुई है। उन्होंने गांव के ही युवक और उसके साथियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने युवती का अपमान करने के बाद उसकी हत्या की है। यह पूरा मामला बेवर थाना क्षेत्र के अहमलपुर का है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा अभी भी बरकरार है, और वे आरोपियों की गिरफ्तारी की जल्द से जल्द मांग कर रहे हैं।