

एक बार फिर खाकी की लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां एक महिला का कहना है कि उसकी बेटी और बेटे को दबंग उठाकर ले गए। पीड़िता ने तत्काल चौकी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
पीड़िता ने एसएसपी से लगाई गुहार
Aligarh News: अलीगढ़ के अकराबाद थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने 10 वर्षीय बेटे और 13 वर्षीय बेटी के अपहरण का आरोप लगाया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता का कहना है कि स्थानीय दबंगों ने उसके बच्चों को जबरन अपने कब्जे में ले रखा है और उन्हें जबरदस्ती काम कराया जा रहा है।
एसएसपी से मिलकर मांगी मदद
पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद कोई कार्रवाई न होते देख वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन से मुलाकात की। महिला ने आरोप लगाया कि चौकी पुलिस ने उसकी शिकायत पर गंभीरता नहीं दिखाई और अब आरोपी उसके बच्चों की जान लेने की धमकी दे रहे हैं।
चार दिन पहले बेटी, फिर बेटे को किया अगवा
महिला का कहना है कि 28 जून को उसकी बेटी और 1 जुलाई को उसका बेटा दबंगों ने उठाकर ले गए। पीड़िता ने तत्काल चौकी में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। शनिवार को जब वह दोबारा चौकी पहुंची, तो पुलिस ने उसे वहां से भगा दिया।
बेटी के साथ अनहोनी की आशंका
महिला ने गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि आरोपी उसकी नाबालिग बेटी के साथ गलत कर सकते हैं। इस कारण उसने एसएसपी से मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसके बच्चों से जबरन काम करवाते हैं और मना करने पर पिटाई और धमकी दी जाती है।
चार नामजद आरोपियों के खिलाफ तहरीर
महिला ने एसएसपी को चार लोगों के नामों के साथ लिखित तहरीर सौंपी है। आरोपियों पर बच्चों को अपहरण कर बंदी बनाकर रखने और धमकाने का आरोप है। सभी आरोपी महिला के इलाके में ही रहते हैं। महिला का दावा है कि ये लोग दबंग और प्रभावशाली हैं, जिससे उन्हें पुलिस कार्रवाई से भी डर नहीं है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
महिला की शिकायत पर अलीगढ़ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। एसएसपी संजीव सुमन ने कहा है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस टीम बच्चों का पता लगाने में जुटी है।
न्याय की आस में बेसहारा मां
पीड़िता लगातार अपने बच्चों की सलामती को लेकर चिंतित है। उसने प्रशासन से अपील की है कि उसके बच्चों को सुरक्षित वापस लाया जाए और आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलाई जाए। मामले ने स्थानीय लोगों में भी आक्रोश पैदा किया है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।