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मैनपुरी के ग्राम जैली जिरौली में प्रधान पर आरोप है कि उसने सिविल कोर्ट के आदेशों और एसडीएम के निर्देशों की अवहेलना करते हुए एक पीड़ित की पैतृक जमीन पर जबरन सड़क डलवा दी। पीड़ित ने डीएम कार्यालय में अपनी शिकायत दी और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की।
डीएम कार्यालय में की शिकायत
Mainpuri: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के थाना बिछवां क्षेत्र के ग्राम जैली जिरौली में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक प्रधान पर आरोप है कि उन्होंने अपने विरोधियों के साथ मिलकर एक व्यक्ति की पैतृक जमीन पर जबरन सड़क डलवा दी। यह मामला अब सिविल कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन इसके बावजूद प्रधान ने प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना करते हुए सड़क निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
ग्राम जैली जिरौली के पीड़ित ने बताया कि उनकी पैतृक जमीन पर जबरन सड़क डलवाने की प्रक्रिया जारी है, जबकि इस मामले को सिविल कोर्ट में हल करने के लिए पेश किया जा चुका है। इसके अलावा, एसडीएम द्वारा भी स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि सड़क निर्माण का कार्य न किया जाए, लेकिन प्रधान ने उन आदेशों को नजरअंदाज करते हुए अपनी दबंगई का परिचय दिया और निर्माण कार्य जारी रखा।
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पीड़ित ने अपनी परेशानियों को प्रशासन के सामने लाने के लिए डीएम कार्यालय का रुख किया और यहां जाकर अपनी पूरी व्यथा बताई। उन्होंने प्रशासन से यह मांग की है कि उनके साथ हुई यह गलतफहमी और उत्पीड़न का तुरंत संज्ञान लिया जाए। पीड़ित का कहना है कि उन्होंने स्थानीय स्तर पर भी शिकायत की थी, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिली, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हैं और उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि प्रधान ने स्थानीय प्रशासन के निर्देशों को नजरअंदाज कर अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल किया। हालांकि, यह मामला कोर्ट में है और प्रशासन ने साफ निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य रोका जाए, लेकिन इसके बावजूद प्रधान ने दबंगई से अपनी मर्जी चलाते हुए सड़क का निर्माण शुरू कर दिया। पीड़ित के अनुसार, प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से उनकी स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
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अब सवाल यह उठता है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाएगा और पीड़ित को कब तक न्याय मिलेगा। डीएम कार्यालय में दी गई शिकायत पर अब तक कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि प्रशासन इस मामले में जल्द कोई कार्रवाई करेगा। पीड़ित का कहना है कि उन्हें न्याय मिलने तक वह शांत नहीं बैठेंगे और इस मुद्दे को बार-बार उठाएंगे।