

अवैध धर्मांतरण और देशविरोधी गतिविधियों के आरोपों में गिरफ्तार किए गए जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। ईडी ने छांगुर के देशभर में फैले कुल 14 ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों रुपये की विदेशी फंडिंग, हवाला नेटवर्क और संदिग्ध संपत्तियों का खुलासा किया है। छांगुर पर मनी लॉन्ड्रिंग और धर्मांतरण जैसे गंभीर आरोप हैं। जांच में अब तक 106 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी फंडिंग का पता चला है।
छांगुर पर ईडी का शिकंजा
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से शुरू हुआ एक बड़े अवैध धर्मांतरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें मुख्य आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छांगुर के 14 ठिकानों पर छापा मार कर करोड़ों रुपये की संदिग्ध फंडिंग, संपत्तियों और दस्तावेजों का पता लगाया है।
14 ठिकानों पर छापेमारी
ईडी ने गुरुवार को सुबह 5 बजे छांगुर के 14 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इनमें से 12 ठिकाने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र में और 2 मुंबई के माहिम व ब्रांदा इलाके में स्थित हैं। छापेमारी का मकसद छांगुर के अवैध धर्मांतरण से जुड़े विदेशी फंडिंग और धनशोधन के नेटवर्क को उजागर करना था। जांच में सामने आया कि छांगुर से जुड़े 40 बैंक खातों में कुल 106 करोड़ रुपये जमा हैं। जिनमें से अधिकतर राशि पश्चिम एशिया से प्राप्त हुई थी।
विदेशी फंडिंग और हवाला नेटवर्क का संदेह
ईडी की शुरुआती जांच में यह शक गहराता जा रहा है कि यह विदेशी पैसा अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। जांच एजेंसी दुबई, यूएई और नेपाल से मिली संदिग्ध फंडिंग के सुराग भी खंगाल रही है। कई बैंक खातों, प्रॉपर्टी दस्तावेजों, डिजिटल उपकरणों और अन्य साक्ष्यों को जब्त किया गया है।
मुंबई में सहयोगी शहजाद शेख के ठिकानों पर छापा
ईडी ने मुंबई के माहिम और ब्रांदा में स्थित शहजाद उर्फ इलियास शेख के ठिकानों पर भी छापे मारे, जिनके बैंक खाते में छांगुर ने एक करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। इसके अलावा लखनऊ के चिनहट इलाके में स्थित सीजीएम बलरामपुर कार्यालय के बाबू राजेश उपाध्याय के घर की भी तलाशी ली गई, जो छांगुर का करीबी बताया जा रहा है।
धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड
छांगुर, जिसका असली नाम करीमुल्ला शाह है, यूपी में चल रहे एक बड़े धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। उसके साथ उसका बेटा महबूब, नवीन उर्फ जलालुद्दीन और नीतू उर्फ नसरीन भी गिरफ्तार हो चुके हैं। एटीएस ने इन सभी को पहले ही जेल भेज दिया है।
ईडी की 12 टीमों की 13 घंटे की कार्रवाई
बृहस्पतिवार को सुबह सात बजे शुरू हुई ईडी की छापेमारी शाम आठ बजे तक चली। कुल 12 टीमें बलरामपुर के विभिन्न स्थानों पर फैलीं और छांगुर व उसके करीबियों के ठिकानों पर छानबीन की। जांच के दौरान सोना, नकदी, लग्जरी गाड़ियां और संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए गए। ईडी ने लगभग 10 लोगों से पूछताछ की जो किसी न किसी रूप में छांगुर से जुड़े थे।
एजेंसियों के रडार पर गिरोह के अन्य सदस्य
मेरठ निवासी बदर अख्तर सिद्दीकी भी इस गिरोह का हिस्सा बताया जा रहा है, जो पहले भी युवती के अपहरण और धर्मांतरण के मामले में संलिप्त रहा है। वहीं छांगुर का एक और सहयोगी रशीद शाह को एटीएस ने बलरामपुर से गिरफ्तार किया है। उस पर आजमगढ़ में भी धर्मांतरण कराने के आरोप हैं।
ईडी के सामने घबराए आरोपी
छांगुर, नीतू और नवीन से जुड़े वित्तीय लेनदेन की जांच के दौरान जब उनके सहयोगियों का ईडी से सामना हुआ, तो उनकी जुबान लड़खड़ाने लगी। जांच के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए उतरौला पुलिस भी मुस्तैद रही।