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जमीन की खरीद-फरोख्त में अवैध व कूटरचित दस्तावेजों के ज़रिये बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का खोराबार पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। जमीन को फर्जी कागजात बनाकर अपने नाम बैनामा कराने की सनसनीखेज वारदात में शामिल दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
Gorakhpur: गोरखपुर में जमीन की खरीद-फरोख्त में अवैध व कूटरचित दस्तावेजों के ज़रिये बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का खोराबार पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। जमीन को फर्जी कागजात बनाकर अपने नाम बैनामा कराने की सनसनीखेज वारदात में शामिल दो अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस गैंग का मकसद असली जमीन मालिक को धोखे में रखकर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से संपत्ति पर कब्जा जमाना था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देशन में चलाए जा रहे धोखाधड़ी व जमीन-जालसाजी रोकथाम अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी कैण्ट के पर्यवेक्षण में खोराबार थाने की टीम ने यह बड़ी कार्रवाई की। थानाध्यक्ष खोराबार के नेतृत्व में उ०नि० रविशंकर तिवारी व टीम ने आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखते हुए उन्हें घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।
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गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रामजी पुत्र स्व. जोरई उर्फ पल्टू, निवासी झारखंडी टुकड़ा नं.-1, महेवा बारी मल्लह टोलिया थाना एम्स, और बदरी पुत्र स्व. रामेश्वर निषाद, निवासी शिवपुर कॉलोनी मिर्जापुर थाना रामगढ़ताल शामिल हैं। दोनों के खिलाफ थाना खोराबार में मुकदमा संख्या 369/2025 बीएनएस की गंभीर धाराओं—319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 351(3)—में केस दर्ज किया गया है।
पीड़ित वादी ने थाने में तहरीर देकर बताया कि आरोपियों ने कूटरचित एवं अवैध दस्तावेज तैयार किए और उसी के आधार पर जमीन का बैनामा अपने नाम करा लिया। पूरा मामला संगठित तरीके से किया गया फर्जीवाड़ा प्रतीत होता है। तहरीर मिलते ही पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच तेज की और सबूत मिलने पर आरोपियों को दबोच लिया।
पुलिस टीम को सफलता ने तकनीकी व मुखबिर तंत्र की सहायता से आरोपियों की लोकेशन पता लगाई। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जमीन-जालसाजी के मामलों में यह कार्रवाई बड़ी सफलता है। इससे ऐसे फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोहों पर लगाम लगेगी।