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संतकबीरनगर के मेहदावल बाईपास पर सोमवार रात हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कांड से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। सहजनवा निवासी संतोष त्रिपाठी को बाइक सवार बदमाशों ने तीन गोलियां मारीं, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे BRD मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर किया गया है।
जांच में जुटी पुलिस
Sant Kabir Nagar: संतकबीरनगर जिले में खलीलाबाद कोतवाली क्षेत्र के मेंहदावल बाईपास पर सोमवार देर रात उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब अचानक हुई ताबड़तोड़ फायरिंग से पूरा इलाका दहल उठा। सहजनवा थाना क्षेत्र के रंदौली उर्फ मठिया निवासी 28 वर्षीय संतोष पति त्रिपाठी पर करीब रात 9 बजे बाइक से आए तीन बदमाशों ने एक के बाद एक कई गोलियां चला दीं। तीन गोलियां लगने से संतोष मौके पर ही गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावरों ने वारदात को बेहद नजदीक से अंजाम दिया और फायरिंग के तुरंत बाद एक बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। गोलियों की आवाज सुनते ही आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक आरोपी काफी दूर निकल चुके थे। संतोष करीब दस मिनट तक सड़क पर तड़पता रहा, इसके बाद लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी।
पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से घायल संतोष को जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच में पाया कि दो गोलियां उसके गले में और एक गोली सिर के पास लगी है। उसकी हालत बेहद गंभीर देखते हुए उसे तत्काल बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर लगातार उसकी हालत पर नजर रखे हुए हैं।
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घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार मीना भी मौके पर पहुंचे और पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया। एसपी ने बताया कि यह मामला पुरानी रंजिश से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है और पुलिस हमलावरों की तलाश में कई स्थानों पर दबिश दे रही है। आसपास की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है।
घायल संतोष के भाई मोनू त्रिपाठी ने इस घटना को सोची-समझी साजिश बताया है। उनका कहना है कि करीब चार महीने पहले मॉडल शॉप पर हुए विवाद में संतोष पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके चलते वह चार महीने जेल में रहा। दस दिन पहले ही वह जमानत पर बाहर आया था।
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मोनू ने आरोप लगाया है कि पूरे मामले में एक ग्राम प्रधान और उसके करीबियों की अहम भूमिका है। उनका दावा है कि संतोष को जेल से आते ही लगातार धमकियां मिल रही थीं और उसी रंजिश के तहत यह हमला कराया गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि परिवार से तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। हमलावरों की पहचान के लिए तकनीकी सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की मदद ली जा रही है। पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। इस फायरिंग की घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि जेल से आने के महज दस दिनों के भीतर संतोष पर इतनी बड़ी वारदात कैसे हो गई। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं की जांच में जुटी है ।