

गोरखपुर में अपहरण की सूचना पर रात भर हलकान हुई खजनी पुलिस। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर: जनपद के खजनी थाना क्षेत्र के विश्वनाथपुर गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब 12 वर्षीय अभिषेक चौहान, पुत्र सुग्रीव चौहान, अपनी मां की डांट से नाराज होकर घर से चुपके से गायब हो गया। यह दिल दहला देने वाली घटना गुरुवार शाम करीब 7:00 बजे शुरू हुई और रात 12:00 बजे तक एक रहस्य बन गई, जब परिजनों ने घबराकर 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। खजनी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो विशेष टीमें गठित कीं और रात भर अभिषेक की तलाश में जुट गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार परिजनों के कुछ अज्ञात लोगों पर शक जताने के बाद पुलिस ने संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी की और कई लोगों से कड़ी पूछताछ की। रात भर की मेहनत और पुलिस की सजगता आखिरकार रंग लाई। महज 12 घंटे के भीतर शुक्रवार सुबह अभिषेक को गांव के पास ही सुरक्षित ढूंढ लिया गया।
अभिषेक ने बताया, "मां की डांट से डरकर मैं घर से भाग गया था, लेकिन अब मैं वापस आना चाहता हूं।" बच्चे को सकुशल देख परिजनों की आंखें खुशी से छलक उठीं। उन्होंने खजनी पुलिस का तहे-दिल से आभार जताया, जिनके अथक प्रयासों ने उनके लाडले को सुरक्षित वापस लौटाया।
एसएचओ खजनी अर्चना सिंह ने बताया, "अभिषेक घर से नाराज होकर चला गया था। हमारी टीम ने रात भर कड़ी मेहनत की और 12 घंटे के भीतर बच्चे को ढूंढकर परिजनों को सौंप दिया।"यह घटना न केवल खजनी पुलिस की तत्परता और समर्पण का सबूत है, बल्कि यह भी सिखाती है कि बच्चों के मन को समझना और उनके साथ संवेदनशील व्यवहार करना कितना जरूरी है।
अभिषेक अब अपने परिवार के साथ सुरक्षित है, और विश्वनाथपुर गांव में एक बार फिर खुशी का माहौल है।
निष्कर्ष: पुलिस की मुस्तैदी और परिजनों की सूझबूझ ने एक संभावित त्रासदी को सुखद अंत में बदल दिया। यह कहानी एकजुट प्रयासों की ताकत को दर्शाती है, जो हर मुश्किल को हल कर सकती है।