

जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां खेलो इंडिया प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतने वाली वेटलिफ्टर कीर्ति यादव की जमीन पर दबंगों ने कब्जा करने की कोशिश की। आरोप है कि विरोध करने पर कीर्ति की मां और बहन के साथ दो बार मारपीट की गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने जीटी रोड पर जाम लगा दिया। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ, लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि क्या अब मेडल जीतने वालों की भी जमीनें सुरक्षित नहीं?
गोल्ड मेडलिस्ट पर दबंगों का हमला
Mainpuri News: मैनपुरी के भोगांव थाना क्षेत्र के पड़ुआ रोड की रहने वाली कीर्ति यादव ने जनवरी 2025 में बिहार में आयोजित खेलो इंडिया प्रतियोगिता में वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन उनकी जिंदगी इस समय पूरी तरह से संघर्षों से घिरी है। उनकी पुश्तैनी जमीन को लेकर पारिवारिक विवाद पहले से ही न्यायालय में लंबित है, जिसकी अगली सुनवाई 30 जुलाई 2025 को होनी है।
22 जुलाई को शुरू हुआ था जबरन निर्माण कार्य
कीर्ति का आरोप है कि 22 जुलाई को मनोज यादव नामक विपक्षी व्यक्ति ने विवादित जमीन पर जेसीबी मशीन और मजदूरों की मदद से अवैध निर्माण कार्य शुरू करवा दिया। कीर्ति ने जब पुलिस से शिकायत की, तो काम बंद कराया गया। लेकिन इस कार्रवाई से नाराज दबंगों ने 25 जुलाई (शुक्रवार) को उनकी मां शीला देवी और बहन शिवानी के साथ मारपीट कर दी।
पुलिस पर उठे सवाल
हद तो तब हो गई जब पहली एफआईआर के बावजूद, आरोपियों ने दोबारा उसी परिवार पर हमला किया। कीर्ति के अनुसार, पुलिस ने कार्रवाई तो की, लेकिन दबंगों के हौसले बुलंद रहे। इस दोहरी मारपीट से नाराज़ होकर परिवार और ग्रामीणों ने जीटी रोड जाम कर दिया।
एक घंटे तक चला हंगामा
घायल मां-बेटी को जीटी रोड पर बैठाकर ग्रामीणों ने न्याय की मांग की। जाम के चलते यातायात करीब एक घंटे तक ठप रहा। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम संध्या शर्मा और सीओ भोगांव सत्य प्रकाश शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाकर जाम खत्म कराया। अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई और न्याय का आश्वासन दिया है।
सपा ने योगी सरकार को घेरा
घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए लिखा कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सजातीय अधिकारी, नेता, मंत्री अब ज़मीनें कब्जाएंगे? वो भी गरीब किसान, मजलूमों की बहन-बेटियों को छेड़ेंगे, पीटेंगे? यही होना बचा है? शर्म करो सरकार! इस ट्वीट के बाद मामला और अधिक राजनीतिक रंग लेता दिख रहा है।