

मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र में नकली कीटनाशक दवाओं के कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने जैतपुर स्थित गुप्ता खाद बीज भंडार पर छापा मारकर भारी मात्रा में नकली “रेंडम” ब्रांड की कीटनाशक दवाएं और निर्माण सामग्री जब्त की। दुकान संचालक और मकान मालिक दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी है।
नकली कीटनाशक फैक्ट्री का भंडाफोड़
Bihar: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में नकली कीटनाशक दवाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। सरैया थाना क्षेत्र के जैतपुर गांव में स्थित गुप्ता खाद बीज भंडार पर छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली कीटनाशक दवाएं और निर्माण में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियां बरामद की गई हैं। यह कार्रवाई उस वक्त की गई जब "रेंडम" ब्रांड नामक कंपनी ने नकली उत्पाद बेचे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी।
181 बोतल नकली रेंडम ब्रांड कीटनाशक जब्त की
पुलिस ने बताया कि कंपनी के प्रतिनिधि शीतल कुमार झा द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर सोमवार देर शाम जैतपुर स्थित गुप्ता खाद बीज भंडार पर छापा मारा गया। छापेमारी के दौरान दुकान से 181 बोतल नकली रेंडम ब्रांड कीटनाशक जब्त की गई। वहीं, जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने जब दुकान के बगल में स्थित मकान की तलाशी ली तो चौंकाने वाले खुलासे हुए।
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मौके से क्या-क्या मिला?
पुलिस को मकान के अंदर से नकली कीटनाशक बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियां मिलीं। जिनमें 1250 कीटनाशक बोतलों के ढक्कन, 850 खाली बोतलें/डिब्बे, 4550 स्टिकर (असली कंपनी का नाम और लोगो) शामिल हैं।
किसानों को भारी आर्थिक नुकसान
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन सामग्रियों की मदद से असली कंपनी के नाम पर नकली उत्पाद तैयार कर बाजार में बेचे जाते थे। इससे न सिर्फ किसानों को भारी आर्थिक नुकसान होता, बल्कि उनकी फसल और मिट्टी की गुणवत्ता भी प्रभावित होती।
पुलिस ने किया गैंग का खुलासा
छापेमारी के बाद पुलिस ने खाद बीज दुकान के संचालक के साथ-साथ मकान मालिक सीताराम साह, निवासी बसंतपुर, पारू थाना, के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि यह कोई छोटी-मोटी धोखाधड़ी नहीं, बल्कि एक संगठित रैकेट है जो लंबे समय से सक्रिय था।
पुलिस का बयान
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बरामदगी से साफ है कि नकली कीटनाशक का यह कारोबार लंबे समय से चल रहा था। इसमें स्थानीय दुकानदारों के अलावा अन्य सप्लायर्स और एजेंट्स की भूमिका की भी जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा।
कृषि विशेषज्ञों ने जताई चिंता
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने कहा कि नकली कीटनाशकों का उपयोग फसल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। न केवल फसल बर्बाद हो जाती है, बल्कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति पर भी दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा किसान की मेहनत और लागत दोनों बर्बाद हो जाते हैं।