

पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में बिहार जा रही तीर्थयात्रियों से भरी बस एक ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हो गए हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं।
पश्चिम बंगाल में मौत का तांडव
New Delhi: पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिले में मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे ने कई परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। बिहार जा रही एक यात्री बस की टक्कर एक तेज़ रफ्तार ट्रक से हो गई, जिससे बस में सवार यात्रियों की चीख-पुकार मच गई। हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 35 लोग घायल हैं। हादसा इतना भयानक था कि बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया और कई यात्री बस के भीतर फंस गए।
घायलों की हालत गंभीर, इलाज जारी
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, प्रशासन और एंबुलेंस की टीमें मौके पर पहुंच गईं। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और बर्दवान जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, घायलों में कई की हालत गंभीर है और उन्हें बेहतर इलाज के लिए कोलकाता रेफर किया जा सकता है। चिकित्सकों का कहना है कि मृतकों की संख्या में इज़ाफा हो सकता है।
बस में सवार थे तीर्थयात्री
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बस में सवार सभी यात्री बिहार के रहने वाले थे और पश्चिम बंगाल के विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन कर अपने घर लौट रहे थे। बस एक निजी ट्रेवल एजेंसी द्वारा संचालित की जा रही थी और उसमें कुल 50 से अधिक लोग सवार थे। हादसा सुबह के समय हुआ जब अधिकतर यात्री या तो सो रहे थे या यात्रा समाप्ति के करीब थे।
चालक ने खोया नियंत्रण
हादसे के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन शुरुआती जानकारी के अनुसार बस चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ। स्थानीय चश्मदीदों का कहना है कि बस काफी तेज रफ्तार में थी और ट्रक से आमने-सामने की भिड़ंत हुई। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है, जो घटनास्थल से साक्ष्य जुटा रही है।
स्थानीय लोगों की तत्परता से बची कई जानें
घटना के तुरंत बाद पास के गांवों से स्थानीय लोग दौड़ पड़े और राहत कार्यों में जुट गए। लोगों ने बस के अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला और अपने वाहनों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। कई ग्रामीणों ने घायलों को प्राथमिक उपचार देने में भी मदद की। उनकी तत्परता की प्रशासन ने भी सराहना की है।