Crime in Bihar: गोपाल खेमका हत्याकांड पर DGP विनय कुमार का बड़ा बयान, जानिये घटना पर अब तक के खुलासे

बिहार में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। अब इस सनसनीखेड हत्याकांड पर बिहार के डीजीपी विनय कुमार का बड़ा बयान सामने आया है। पढें पूरी खबर

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 5 July 2025, 6:22 PM IST
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Patna:  व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के बाद बिहार में सनसनी फैल गई है। गोपाल खेमका की हत्या पर बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने कहा, "जांच जारी है और कई आयामों पर जांच की जा रही है।

बिहार डीजीपी ने बताया कि कई टीमें इस पर काम कर रही हैं। पटना पुलिस इस पर काम कर रही है और वैशाली पुलिस भी इस पर काम कर रही है, क्योंकि 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या वहां हुई थी और वैशाली पुलिस जांच कर रही है कि क्या कोई लिंक है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, जिसमें एक अपराधी घटना के बाद भागता हुआ दिखाई दे रहा है... जैसे ही हमें सूचना मिली, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की..हम हर तरह तरीके जांच कर जल्द से जल्द अपराधी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं..."

बेऊर जेल में छापेमारी

वहीं दूसरी तरफ, इस सनसनीखेज हत्याकांड की साजिश के तार बेऊर जेल से जुड़े होने की आशंका ने पुलिस को हरकत में ला दिया है। शनिवार दोपहर 3 बजे बेऊर जेल में पुलिस की छापेमारी शुरू हुई।  इस ऑपरेशन में 14 थानों की पुलिस, थानेदार, SDPO, SP और SSP शामिल रहे। IG जितेंद्र राणा और SSP कार्तिकेय शर्मा ने पूरे अभियान की बारीकी से निगरानी की। करीब डेढ़ घंटे तक चली इस छापेमारी में जेल के हर कोने को खंगाला गया।

सौ कैदियों से की पूछताछ

पुलिस ने 100 से अधिक कैदियों से पूछताछ की और जेल के सभी वार्डों की तलाशी ली। इस दौरान तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिनमें से एक टूटी-फूटी हालत में था। जेल प्रशासन के मुताबिक, एक मोबाइल झोले में मिला, जबकि दो अन्य फोन जेल परिसर के मैदान में फेंके गए थे, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया। जेल के IG नीरज कुमार झा ने बताया कि छानबीन के बाद बेऊर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार,  शुक्रवार की देर रात बिहार के मशहूर कारोबारी गोपाल खेमका की पटना में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह सनसनीखेज वारदात तब हुई, जब खेमका अपने अपार्टमेंट के गेट पर कार से उतर रहे थे। घात लगाए अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उनकी जान ले ली। यह हत्या उसी तरह की थी, जैसे सात साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की हत्या हुई थी। इस दोहरे हत्याकांड ने बिहार के व्यापारिक और सामाजिक हलकों में दहशत फैला दी है।

सात साल पहले हुई थी बेटे की हत्या

गोपाल खेमका बिहार के बड़े कारोबारियों में शुमार थे। उनकी कॉटन फैक्ट्री भी हाजीपुर में थी, जहां 2018 में उनके इकलौते बेटे गुंजन खेमका की हत्या हुई थी। उस घटना ने खेमका परिवार को झकझोर कर रख दिया था और अब गोपाल खेमका की हत्या ने पुराने जख्मों को फिर से हरा कर दिया। सात साल पहले, 2018 में हाजीपुर के औद्योगिक थाना क्षेत्र में गोपाल खेमका की कॉटन फैक्ट्री के गेट पर गुंजन खेमका की हत्या हुई थी।

जानकारी के अनुसार, उस वक्त गुंजन अपनी कार से फैक्ट्री पहुंचे थे। उनके ड्राइवर मनोज रविदास ने बताया था कि दोपहर करीब 12 बजे, जैसे ही गार्ड ने गेट खोला, बाइक सवार हमलावरों ने कार की खिड़की से पिस्तौल सटाकर गोलियां दाग दीं। गुंजन की गाड़ी का शीशा चढ़ा होने के बावजूद उनके सिर और सीने में कई गोलियां लगी थीं। हत्यारे पिस्तौल लहराते हुए फरार हो गए थे। इस हत्या ने न केवल खेमका परिवार, बल्कि पूरे हाजीपुर को हिलाकर रख दिया था। गुंजन की मौत के बाद गोपाल खेमका गहरे सदमे में चले गए थे। वे इस दुख से उबरने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन शुक्रवार की रात पटना में उनकी हत्या ने उनके परिवार को फिर से गहरे दुख में डुबो दिया।

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