

कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने गुंडा एक्ट के तहत कड़ा कदम उठाते हुए दो कुख्यात अपराधियों को जिला बदर करने का फरमान जारी किया है। जिला बदर किए गए अपराधियों में प्रदीप पुत्र पर्वत सिंह और अंकू उर्फ अतुल प्रताप पुत्र भूरे सिंह, दोनों निवासी भासौन, थाना अयाना, शामिल हैं। इन दोनों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज हैं, जो क्षेत्र में अपराध और असामाजिक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता को दर्शाते हैं।
Auraiya: औरैया जिले में कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने गुंडा एक्ट के तहत कड़ा कदम उठाते हुए दो कुख्यात अपराधियों को जिला बदर करने का फरमान जारी किया है। जिला बदर किए गए अपराधियों में प्रदीप पुत्र पर्वत सिंह और अंकू उर्फ अतुल प्रताप पुत्र भूरे सिंह, दोनों निवासी भासौन, थाना अयाना, शामिल हैं। इन दोनों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज हैं, जो क्षेत्र में अपराध और असामाजिक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता को दर्शाते हैं।
जिलाधिकारी ने इस कार्रवाई को अपराध नियंत्रण और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इन अपराधियों पर निष्कासन अवधि के दौरान कड़ी निगरानी रखी जाए और अगले छह महीनों तक इन्हें जिले की सीमा में प्रवेश करने से पूरी तरह रोका जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, प्रदीप और अंकू उर्फ अतुल प्रताप लंबे समय से क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। इनके खिलाफ दर्ज मुकदमों में मारपीट, धमकी, और अन्य असामाजिक कृत्यों से संबंधित मामले शामिल हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन अपराधियों की गतिविधियों के कारण भासौन और आसपास के क्षेत्रों में भय का माहौल बना हुआ था। जिलाधिकारी के इस कदम से स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है और प्रशासन के प्रति विश्वास जताया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुंडा एक्ट के तहत की गई यह कार्रवाई अपराधियों को कड़ा संदेश देने के लिए है कि जिले में असामाजिक तत्वों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग इस आदेश का कड़ाई से पालन करेगा । इसके अलावा, जिले के अन्य संदिग्ध तत्वों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है।
यह कार्रवाई न केवल अपराध नियंत्रण में सहायक होगी, बल्कि आम जनता में सुरक्षा की भावना को भी मजबूत करेगी। जिले में पहले भी गुंडा एक्ट के तहत कई अपराधियों पर कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन इस बार प्रशासन की सख्ती से यह संदेश स्पष्ट है कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए इसे क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक प्रभावी प्रयास बताया है।
जिलाधिकारी ने यह भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में भी अपराधियों के खिलाफ इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे पुलिस और प्रशासन के साथ सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें, ताकि जिले में अपराधमुक्त वातावरण बनाया जा सके।