Tata Capital IPO: कम GMP लेकिन दमदार कंपनी; टाटा कैपिटल IPO में निवेश करना फायदा या नुकसान?

भारत की तीसरी सबसे बड़ी NBFC टाटा कैपिटल ने 15,511 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ बाजार में एंट्री ली है। कम GMP के बावजूद, ब्रोकरेज हाउस लंबे समय के लिए इसे मजबूत दांव मान रहे हैं। टाटा ब्रांड, विविध पोर्टफोलियो और AI-संचालित संचालन इसे अलग बनाते हैं।

Updated : 6 October 2025, 12:32 PM IST
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New Delhi: टाटा ग्रुप की प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी टाटा कैपिटल लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज यानी 6 अक्टूबर से निवेशकों के लिए खुल गया है। यह इश्यू 8 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा। टाटा कैपिटल का यह आईपीओ 15,511 करोड़ रुपये का है, जो साल 2025 का अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू माना जा रहा है।

इसमें 6,846 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि 8,665 करोड़ रुपये के शेयर प्रमोटर और मौजूदा शेयरधारक ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचेंगे। शेयरों की कीमत 310 से 326 रुपये प्रति शेयर तय की गई है। कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 13 अक्टूबर को हो सकती है।

GMP क्यों सुस्त है?

इतने बड़े और चर्चित आईपीओ के बावजूद ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) का प्रदर्शन थोड़ा फीका रहा है। फिलहाल इसका GMP केवल 7.50 रुपये है, यानी यह केवल 2.30% प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इसका मतलब हुआ कि शेयर की संभावित लिस्टिंग कीमत 333.50 रुपये के आसपास हो सकती है।

विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में हाल की उतार-चढ़ाव, आईपीओ की बड़ी साइज और लिस्टिंग के समय कैश फ्लो की कमी इसकी वजह हो सकती है। हालांकि, GMP में कमजोरी के बावजूद ब्रोकरेज फर्म्स और विश्लेषक इस इश्यू को लेकर सकारात्मक हैं।

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कंपनी की ताकत और प्रदर्शन

टाटा कैपिटल देश की तीसरी सबसे बड़ी विविध NBFC है और यह खुदरा, SME, कॉर्पोरेट, इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग फाइनेंस जैसे क्षेत्रों में सेवाएं देती है।

30 जून 2025 तक कंपनी का कुल सकल ऋण 2.33 लाख करोड़ रुपये था।

वित्त वर्ष 2023 से 2025 के बीच इसका ऋण पोर्टफोलियो 37.3% की CAGR से बढ़ा है।

वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने 3,665 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया।

Tata Capital IPO

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)

इस दौरान कंपनी की आय 28,313 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वर्ष से 56% अधिक है।

कंपनी का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 5.2% है।

सकल स्टेज-3 ऋण अनुपात 2.1% और शुद्ध स्टेज-3 अनुपात 1% है- जो इंडस्ट्री में काफी अच्छा माना जाता है।

टाटा कैपिटल की AAA-रेटेड क्रेडिट प्रोफाइल, मजबूत ब्रांड वैल्यू और टेक्नोलॉजी-फर्स्ट अप्रोच इसे अन्य NBFCs से अलग बनाते हैं।

निवेशकों के लिए क्या है सलाह?

आनंद राठी के विश्लेषकों ने इस IPO को ‘सब्सक्राइब- लॉन्ग टर्म’ की रेटिंग दी है। उनका मानना है कि कंपनी का मजबूत ब्रांड, व्यापक ऋण पोर्टफोलियो और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर इसे लॉन्ग टर्म के लिए आकर्षक निवेश बनाता है। केनरा बैंक सिक्योरिटीज ने भी इस इश्यू में लॉन्ग टर्म निवेश की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि टाटा कैपिटल का रिस्क मैनेजमेंट मॉडल, AI-संचालित ऑपरेशनल एफिशिएंसी और टाटा ग्रुप का समर्थन इसके लिए बड़े फायदे हैं।

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GMP भले ही फिलहाल सुस्त हो, लेकिन टाटा कैपिटल का आईपीओ लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक मजबूत विकल्प हो सकता है। कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है, ब्रांड पर लोगों का भरोसा है और इसका संचालन आधुनिक तकनीक से लैस है। हालांकि, शॉर्ट टर्म में लिस्टिंग गेन की संभावनाएं सीमित हो सकती हैं। इसलिए निवेश करने से पहले अपने निवेश लक्ष्य और जोखिम क्षमता का मूल्यांकन जरूर करें और किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना न भूलें।

डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट निवेश सलाह नहीं है। इसमें दिए गए सुझाव विश्लेषकों और ब्रोकरेज फर्म्स की राय पर आधारित हैं। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश से पहले उचित सलाह अवश्य लें।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 6 October 2025, 12:32 PM IST