

ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में पिछले महीने में जबरदस्त तेजी देखी गई, जिसमें कंपनी के Gen-3 स्कूटर रेंज के लिए PLI स्कीम के तहत मान्यता मिलने का बड़ा योगदान रहा।
स्कूटर रेंज से कंपनी के शेयरों में मच गई धूम
New Delhi: ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में हाल ही में अभूतपूर्व तेजी देखी गई है। पिछले एक महीने में ओला के शेयरों में 47% तक की बढ़ोतरी हुई है, वहीं पिछले 10 कारोबारी सत्रों में ही शेयरों ने 20% की छलांग लगाई। यह तेजी तब आई है जब कंपनी के कारोबार में नुकसान की खबरें भी सामने आ रही हैं, ऐसे में निवेशकों के लिए यह तेजी किसी चमत्कार से कम नहीं है। तो क्या है इसके पीछे का कारण और क्या यह तेजी लंबे समय तक जारी रह सकती है? आइए जानते हैं।
ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में यह तेजी सबसे पहले 5 अगस्त को देखी गई, जब कंपनी को अपनी Gen-3 स्कूटर रेंज के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत मान्यता मिली। इस योजना से कंपनी को अपने उत्पादन पर 13% से 18% तक का लाभ हो सकता है, जो 2028 तक जारी रहेगा। ओला का मानना है कि इससे उसकी लागत में कमी आएगी और मुनाफे में इजाफा होगा।
ओला के शेयरों में तेजी
कंपनी के मुताबिक, Gen-3 स्कूटर लाइन-अप उसकी कुल बिक्री का आधे से ज्यादा हिस्सा बनाता है। जब Gen-2 और Gen-3 दोनों ही रेंज को यह सर्टिफिकेशन मिल गया है, तो अब कारोबार में स्थिरता और तेजी की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा, कंपनी ने यह भी दावा किया है कि इस पहल का सकारात्मक असर EBITDA (अर्निंग्स बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डिप्रिसिएशन और अमॉर्टाइजेशन) स्तर पर भी होगा।
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हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में तेजी के बावजूद कंपनी के जून तिमाही के नतीजों में घाटा दर्ज किया गया। इस दौरान ओला इलेक्ट्रिक का घाटा ₹428 करोड़ तक बढ़ गया, जबकि पिछले साल के समान तिमाही में यह ₹347 करोड़ था। इसके साथ ही कंपनी का रेवेन्यू भी सालाना आधार पर 50% घटकर ₹828 करोड़ रह गया, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹1,644 करोड़ था।
इन नतीजों के बावजूद, ओला इलेक्ट्रिक के निवेशकों को उम्मीद है कि कंपनी की नई योजना और बढ़ते उत्पादन के साथ ओला इलेक्ट्रिक की स्थिति में सुधार हो सकता है, जिससे इसके शेयरों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
ओला के लिए फिलहाल कुछ चुनौतियाँ भी हैं। हालांकि कंपनी ने अपनी योजनाओं में विस्तार और नई स्कूटर रेंज को लेकर सकारात्मक बयान दिए हैं, लेकिन वित्तीय घाटे की स्थिति निवेशकों के मन में संकोच पैदा कर सकती है। वहीं, PLI स्कीम से मिलने वाला फायदा कंपनी के मुनाफे में सुधार ला सकता है, जो ओला के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है।
इसी बीच, निवेशकों की नजर इस बात पर होगी कि ओला अपनी उत्पादन क्षमता को कैसे बढ़ाता है और साथ ही क्या वह भविष्य में अपने घाटे को कम करने में सफल हो पाता है। इन सब पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की रैली को लेकर भविष्य में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।