

भारत में अरबपतियों की संख्या 13 सालों में छह गुना बढ़कर 350 के पार हो गई है। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 के अनुसार, मुकेश अंबानी लगातार नंबर-1 पर हैं, जबकि शाहरुख खान ने पहली बार लिस्ट में जगह बनाई है। इस बार लिस्ट में और कई दमदारों ने उपस्थिति दर्ज कराई है।
अंबानी और शाहरुख
New Delhi: भारत अब दुनिया के सबसे तेज़ी से अमीर बनते लोगों वाले देशों में शुमार हो गया है। M3M Hurun India Rich List 2025 के अनुसार, देश में अब 350 से अधिक अरबपति हैं, जो पिछले 13 वर्षों में 6 गुना वृद्धि को दर्शाता है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत की आर्थिक प्रगति के साथ ही उसके धनाढ्य नागरिकों की संख्या भी तीव्र गति से बढ़ रही है।
हुरुन रिपोर्ट के मुताबिक, इन 350 अरबपतियों की कुल संपत्ति ₹167 लाख करोड़ रुपये है, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 50% है। यह आंकड़ा यह बताने के लिए काफी है कि भारत में आर्थिक असमानता तो बढ़ रही है, लेकिन साथ ही एक बहुत बड़ा अमीर वर्ग भी उभर कर सामने आया है।
अंबानी और शाहरुख
इस लिस्ट में मुकेश अंबानी लगातार एक बार फिर पहले स्थान पर काबिज हुए हैं। उनकी और उनके परिवार की कुल संपत्ति ₹9.55 लाख करोड़ आँकी गई है। दूसरे स्थान पर गौतम अडानी और उनका परिवार हैं, जिनकी संपत्ति ₹8.15 लाख करोड़ है। सबसे खास नाम है रोशनी नादर मल्होत्रा का, जो ₹2.84 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं। वे इस सूची में टॉप-3 में आने वाली पहली महिला अरबपति बन गई हैं।
बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान भी अब अरबपति क्लब में शामिल हो गए हैं। हुरुन लिस्ट के अनुसार, शाहरुख की कुल संपत्ति ₹12,490 करोड़ रुपये आँकी गई है। यह पहली बार है जब किसी फिल्म अभिनेता ने हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में अरबपति के तौर पर जगह बनाई है। यह उनकी ब्रांड वैल्यू, प्रोडक्शन हाउस, और बिजनेस निवेशों की सफलता का प्रमाण है।
इस साल की लिस्ट में 31 वर्षीय अरविंद श्रीनिवास, जो Perplexity के फाउंडर हैं, सबसे युवा अरबपति बनकर उभरे हैं। उनकी संपत्ति ₹21,190 करोड़ आँकी गई है। यह भारत में युवाओं की उद्यमशीलता और स्टार्टअप संस्कृति की सफलता का बड़ा उदाहरण है।
इस लिस्ट में नीरज बजाज और उनके परिवार ने जबरदस्त छलांग लगाई है। उनकी संपत्ति में ₹69,875 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है और अब उनकी कुल संपत्ति ₹2.33 लाख करोड़ हो गई है। यह इस वर्ष की सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि है, जो बिजनेस विस्तार और बाजार मूल्यांकन में वृद्धि का संकेत देती है।
मुंबई एक बार फिर भारत के अरबपतियों की राजधानी साबित हुआ है। यहाँ 451 अरबपति रहते हैं, जो देश में सबसे ज़्यादा है। इसके बाद नई दिल्ली (223) और बेंगलुरु (116) स्थानों पर रहे। मुंबई की इस स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि आर्थिक और व्यापारिक केंद्र के रूप में उसकी भूमिका मजबूत बनी हुई है।
हुरुन लिस्ट के अनुसार, भारत में सबसे ज़्यादा अरबपति फार्मास्यूटिकल्स (137) सेक्टर से हैं। इसके बाद इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स (132) और केमिकल्स (125) सेक्टर्स हैं। यह दिखाता है कि पारंपरिक इंडस्ट्रीज के साथ-साथ नई तकनीकी और हेल्थकेयर इंडस्ट्रीज़ भी तेजी से अमीर बना रही हैं।
हुरुन लिस्ट में इस बार 101 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें से 26 महिलाएं अरबपति हैं। इनमें से अधिकांश महिलाएं खुद की मेहनत से इस मुकाम तक पहुँची हैं। इसके अलावा, 74% नए अरबपतियों ने ज़ीरो से शुरुआत करके यह मुकाम हासिल किया है और लिस्ट में शामिल 66% लोग सेल्फ मेड हैं। यह एक प्रेरणादायक बदलाव है जो दिखाता है कि अब वंशानुगत दौलत के साथ-साथ मेहनत और स्मार्ट बिजनेस रणनीतियों से भी लोग शीर्ष तक पहुंच रहे हैं।