हिंदी
तदाशा मिश्रा झारखंड की पहली महिला डीजीपी बनी हैं। इसके अलावा आईपीएस अजय सिंघल को हरियाणा का नया डीजीपी और महाराष्ट्र को नए डीजीपी के रूप में आईपीएस अधिकारी सदानंद वसंत दाते जिम्मेदारी दी गई हैं।
सदानंद वसंत दाते, अजय सिंघल और तदाशा मिश्रा
New Delhi: नए साल 2026 से पहले हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र को नया डीजीपी मिला हैं। तदाशा मिश्रा झारखंड की पहली महिला डीजीपी बनी हैं। इसके अलावा आईपीएस अजय सिंघल को हरियाणा का नया डीजीपी और महाराष्ट्र को नए डीजीपी के रूप में आईपीएस अधिकारी सदानंद वसंत दाते जिम्मेदारी दी गई हैं।
आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को झारखंड की जिम्मेदारी
1994 बैच की आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को राज्य सरकार ने झारखंड पुलिस का नियमित डीजीपी नियुक्त किया है। इसके साथ ही वह झारखंड की पहली महिला Regular DGP बन गई हैं। उन्हें नियमित डीजीपी बनाने के लिए सरकार ने डीजीपी नियुक्ति नियमावली 2025 में संशोधन कर सेवानिवृत्ति से छह माह पहले की बाध्यता समाप्त कर दी। इससे पहले तदाशा मिश्रा 6 नवंबर 2025 से प्रभारी डीजीपी थीं और उनकी सेवानिवृत्ति 31 दिसंबर 2025 प्रस्तावित थी। सरकार के इस फैसले से वह अब वर्ष 2027 तक डीजीपी पद पर रहेंगी।
सोनभद्र में सपा नेताओं ने पूछा- ये विकास है या विनाश? बाजार उजड़ेगा तो आंदोलन होगा, जानें पूरा मामला
अजय सिंघल बने हरियाणा के डीजीपी
हरियाणा सरकार ने 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी अजय सिंघल को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया है। वह कार्यवाहक डीजीपी ओपी सिंह की जगह लेंगे, जो बुधवार 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अजय सिंघल वर्तमान में हरियाणा में विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो के डीजीपी के रूप में कार्यरत हैं। लंबे प्रशासनिक अनुभव और सख्त कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले अजय सिंघल को कानून-व्यवस्था मजबूत करने और पुलिसिंग में पारदर्शिता बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नैनीताल में करने जा रहे हो New Year Party तो पढ़ लें ये खबर, सिर्फ इन 2 रास्तों से मिलेगी एंट्री
सदानंद वसंत दाते को महाराष्ट्र का नया पुलिस महानिदेशक बनाया
26/11 आतंकी हमलों के नायक और एनआईए के पूर्व प्रमुख आईपीएस अधिकारी सदानंद वसंत दाते को महाराष्ट्र का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। राज्य सरकार ने बुधवार को उनके नाम पर मुहर लगाई। 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी दाते (59) मौजूदा डीजीपी रश्मि शुक्ला की जगह लेंगे, जो 3 जनवरी को सेवानिवृत्त हो रही हैं। उन्हें दो वर्ष का कार्यकाल मिलेगा। 26/11 हमलों के दौरान अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में उनकी अहम भूमिका रही थी। आतंकियों से संघर्ष में घायल होने के बावजूद दाते ने साहस दिखाया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। नरम स्वभाव लेकिन सख्त प्रशासक माने जाने वाले दाते हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं।