Bureaucracy: IAS तरुण कुमार पिथोड़े बने Delhi-NCR वायु गुणवत्ता आयोग के सदस्य सचिव, मिली ये जिम्मेदारी

तरुण कुमार पिथोड़े को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के वायु प्रदूषण से निपटने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग का सदस्य सचिव नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति से क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण के लिए नई रणनीतियाँ लागू होंगी। इस पद पर वे 2029 तक काम करेंगे।

Updated : 15 October 2025, 4:02 PM IST
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New Delhi: केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (ACC) ने 13 अक्टूबर, 2025 को आईएएस अधिकारी तरुण कुमार पिथोड़े को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली-एनसीआर) और आसपास के क्षेत्रों के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CQM) का नया सदस्य सचिव नियुक्त किया है। यह नियुक्ति उनकी नेतृत्व क्षमता को मान्यता देते हुए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में गंभीर वायु प्रदूषण से निपटने के लिए रणनीतियाँ बनाने और उन्हें लागू करने के लिए की गई है।

आईएएस तरुण कुमार पिथोड़े, जो मध्य प्रदेश कैडर के 2009 बैच के हैं, वर्तमान में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं। उनकी नई भूमिका में वे राष्ट्रीय राजधानी और इसके आस-पास के राज्यों में वायु गुणवत्ता नीति का समन्वय और कार्यान्वयन सुनिश्चित करेंगे। पिथोड़े की नियुक्ति 8 सितंबर, 2029 तक या अगले आदेश तक की गई है, और वे इस पद पर आईआरएस अधिकारी अरविंद कुमार नौटियाल का स्थान लेंगे।

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वायु प्रदूषण से निपटने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका

दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र पिछले कई वर्षों से वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। सर्दियों में हवा की गुणवत्ता और भी खराब हो जाती है, जिससे सांस संबंधी बीमारियों में वृद्धि होती है। ऐसे में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। आयोग दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नीति निर्धारण, निगरानी, और विभिन्न उपायों के कार्यान्वयन का काम करता है।

IAS Tarun Kumar Pithode

आईएएस तरुण कुमार पिथोड़े को सीएक्यूएम का नया सदस्य सचिव नियुक्त

आईएएस तरुण कुमार पिथोड़े के नेतृत्व में आयोग से यह उम्मीद है कि क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण में और बेहतर समन्वय स्थापित होगा। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव वायु गुणवत्ता सुधार के लिए प्रभावी रणनीतियाँ तैयार करने में मददगार साबित होंगे। इससे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लोगों को साफ और स्वस्थ हवा मिल सकेगी।

तरुण कुमार पिथोड़े का प्रशासनिक सफर

तरुण कुमार पिथोड़े ने 2009 में मध्य प्रदेश कैडर में आईएएस अधिकारी के रूप में सेवा शुरू की। उनके करियर में विभिन्न पदों पर काम करते हुए उन्होंने प्रशासनिक, नीति निर्धारण और परियोजना प्रबंधन में दक्षता हासिल की है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर रहते हुए उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के लिए कई महत्वपूर्ण पहलें की हैं।

उनका अनुभव और विशेषज्ञता इस नई जिम्मेदारी के लिए उपयुक्त मानी जा रही है। उनके मार्गदर्शन में आयोग दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण की जटिलताओं को समझते हुए प्रभावी समाधानों को लागू कर सकेगा।

नेतृत्व में बदलाव और भविष्य की दिशा

इस नियुक्ति के साथ ही, अरविंद कुमार नौटियाल जो IRS-ME (1992 बैच) के अधिकारी हैं, ने सदस्य सचिव के पद से अपना कार्यकाल पूरा किया। उनके कार्यकाल में भी वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। अब तरुण कुमार पिथोड़े के नेतृत्व में आयोग नई ऊर्जा और दिशा के साथ काम करेगा।

सरकार ने इस नियुक्ति के जरिए यह स्पष्ट संदेश दिया है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के वायु प्रदूषण को गंभीरता से लिया जा रहा है और इसके समाधान के लिए उच्च स्तरीय नेतृत्व आवश्यक है। 2029 तक के इस पांच साल के कार्यकाल में पिथोड़े से उम्मीद है कि वे विभिन्न राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाएंगे।

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पर्यावरण सुरक्षा और स्वस्थ जीवन के लिए बड़ा कदम

दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण की समस्या को देखते हुए यह नियुक्ति महत्वपूर्ण मानी जा रही है। साफ हवा न केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, सदस्य सचिव के रूप में तरुण कुमार पिथोड़े का अनुभव और प्रशासनिक क्षमता इस दिशा में उम्मीदें बढ़ा रही है।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 15 October 2025, 4:02 PM IST