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नीतीश कुमार ने अब तक बिहार में 10 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। उनका लंबा राजनीतिक सफर राज्य की राजनीति में रिकॉर्ड बना चुका है। प्रत्येक कार्यकाल ने बिहार के विकास और राजनीति के परिदृश्य को नया आकार दिया। आईये जानते हैं कि बिहार में नीतिश कुमार का मुख्यमंत्री कार्यकाल कब-कब रहा।
नीतीश कुमार का राजनीतिक सफर
Patna: नीतीश कुमार भारतीय राजनीति के उन नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने बिहार में लंबे समय तक शासन किया। 2000 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लगातार जनता और सत्ता के बीच मजबूत पकड़ बनाई। अब नीतीश कुमार दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं।
उनका 19 साल का कार्यकाल राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड है और बिहार की राजनीति में उनका विशेष स्थान है। आइए ऐसे में जानते हैं कि नीतीश कुमार ने कब-कब सीएम पद की शपथ ली।
नीतीश कुमार का पहला मुख्यमंत्री कार्यकाल बहुत छोटा था, केवल 7 दिन का। यह कार्यकाल उनकी राजनीतिक यात्रा का शुरुआती चरण था। उस समय उनका अनुभव सीमित था, लेकिन यह उनके लिए एक शुरुआती कदम था, जिसने भविष्य में उन्हें सत्ता की मजबूत पकड़ दिलाई।
नीतीश कुमार शपथ लेते हुए (सोर्स- गूगल)
दूसरा कार्यकाल उनके लिए सबसे अहम माना जाता है। इस दौरान नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतियों को लागू किया और राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कई कदम उठाए। इस पांच साल के कार्यकाल ने उनके प्रशासनिक कौशल को जनता के सामने स्थापित किया।
तीसरे कार्यकाल में उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास पर विशेष ध्यान दिया। इस दौरान कई नई योजनाएं शुरू की गईं और विकास के क्षेत्र में राज्य की छवि सुधरी। यह कार्यकाल उनके राजनीतिक अनुभव को और मजबूत करने वाला साबित हुआ।
नया रिकॉर्ड बनाने की राह पर नीतीश कुमार, पढ़ें उनके लंबे राजनीतिक सफर का विश्लेषण
चौथा कार्यकाल अपेक्षाकृत छोटा था। इस दौरान उन्होंने सरकार की प्राथमिकताओं में सुधार और नीतिगत स्थिरता पर जोर दिया। उनके प्रशासन ने राज्य में विकास और सामाजिक सुधार के कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए।
पांचवें कार्यकाल में नीतीश कुमार ने अपने प्रशासनिक दृष्टिकोण को और सुदृढ़ किया। इस दौरान उन्होंने बिहार में सड़क, बिजली और शहरी विकास जैसे क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की। उनका अनुभव और लोकप्रियता इस समय चरम पर थी।
छठे कार्यकाल में उन्होंने सरकार के विकास कार्यों को तेज किया। इस दौरान किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए कई नई योजनाओं की शुरुआत हुई। उनका प्रशासन राज्य की आर्थिक और सामाजिक संरचना को बेहतर बनाने पर केंद्रित था।
सातवें कार्यकाल में कोरोना महामारी और उसके बाद के प्रभावों का सामना करना पड़ा। नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को प्राथमिकता दी। जनता की सेवा में उनकी प्रतिबद्धता इस कार्यकाल में स्पष्ट रूप से देखने को मिली।
बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री (सोर्स- गूगल)
आठवें कार्यकाल में उन्होंने राज्य में डिजिटल तकनीक और शिक्षा सुधार को बढ़ावा दिया। ग्रामीण विकास और सामाजिक कल्याण योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया। यह कार्यकाल उनकी नीति और प्रशासनिक दक्षता को दिखाने वाला था।
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नौवें कार्यकाल में उन्होंने विकास और प्रशासनिक सुधारों को जारी रखा। राज्य में रोजगार सृजन और बुनियादी ढांचे के विकास में विशेष प्रयास किए गए। जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप नीति निर्माण इस कार्यकाल की खासियत रही।
दसवें कार्यकाल के साथ नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक जीवन की एक नई मिसाल कायम की है। यह उनके लगातार 10वें कार्यकाल के रूप में रिकॉर्ड है। इस कार्यकाल में उनका मुख्य ध्यान विकास, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुधार पर रहेगा।