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बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। 18वीं विधानसभा की अधिसूचना जारी होने के साथ आचार संहिता खत्म हो गई है। गांधी मैदान में शपथ समारोह की तैयारियां चरम पर हैं और प्रधानमंत्री मोदी के शामिल होने की संभावना है।
बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
Patna: बिहार में नई सरकार के गठन को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। 18वीं विधानसभा से संबंधित अधिसूचना आज जारी की जाएगी, जिसके साथ ही चुनाव प्रक्रिया का औपचारिक समापन माना जाएगा। इसी के साथ विधानसभा चुनाव के दौरान लागू की गई आदर्श आचार संहिता भी समाप्त हो जाएगी। अब सूबे में नई सरकार के गठन का रास्ता लगभग साफ माना जा रहा है और पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलचल जोरों पर है।
चुनाव आयोग आज राज्यपाल को 18वीं विधानसभा के परिणामों की औपचारिक जानकारी सौंपेगा। यह प्रोटोकॉल नई सरकार के गठन की दिशा में एक अहम कदम माना जाता है। अधिसूचना जारी होने के साथ ही चुनावी प्रतिबंध खत्म हो जाएंगे और सरकार बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी। यह वह चरण है जहां राजनीतिक दल नई रणनीति बनाकर अगले पांच वर्षों की कार्ययोजना पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
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सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कैबिनेट की आखिरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में 17वीं विधानसभा को भंग करने का प्रस्ताव पास किया जाएगा। प्रस्ताव पारित होने के बाद वे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपेंगे। नीतीश कुमार का इस्तीफा नई सरकार के गठन का रास्ता साफ करेगा और इसके बाद अगले मुख्यमंत्री का चयन और शपथ ग्रहण की आधिकारिक प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद एनडीए के सभी घटक दलों की विधानमंडल दल की बैठकें आयोजित होंगी। इन बैठकों में एनडीए का नेता चुना जाएगा। नेता चुने जाने के बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, इस बार एनडीए के भीतर नेतृत्व को लेकर गहन चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन अंतिम निर्णय सर्वसम्मति से होने की संभावना जताई जा रही है। गठबंधन के सभी घटक दल एकजुट होकर नई सरकार के गठन में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
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पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां चरम पर हैं। प्रशासनिक एजेंसियां मंच निर्माण, वीआईपी गैलरी, सुरक्षाबलों की तैनाती और आम जनता के बैठने की व्यवस्था को लेकर लगातार काम कर रही हैं। कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष योजना बनाई गई है। सुरक्षाबलों को हाई-अलर्ट पर रखा गया है और प्रत्येक एंट्री पॉइंट पर अतिरिक्त जांच व्यवस्था की जा रही है।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की लगभग पुष्टि हो चुकी है। उनके साथ ही बीजेपी शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री पटना पहुंचेंगे। केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री, सांसद और कई बड़े नेता भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पटना में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है। इस दौरान एयरपोर्ट से लेकर गांधी मैदान तक के रूट पर विशेष सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किया जाएगा।