

बिहार के बक्सर से ट्रिपल मर्डर केस में तीन मुख्य आरोपियों ने कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण किया। पूरी खबर के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
बक्सर ट्रिपल मर्डर केस (सोर्स- इंटरनेट)
बक्सर: बिहार राज्य के बक्सर जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां अहियापुर ट्रिपल मर्डर केस में तीन मुख्य आरोपियों ने आज यानी सोमवार को व्यवहार न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें कि आरोपी संतोष यादव, बटेश्वर यादव और मनोज यादव ने मुख्य न्यायाधीश के समक्ष हत्या के मामले में अपना आप को सरेंडर कर दिया है। वहीं सिविल कोर्ट बक्सर के वकील धीरज कुमार ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है।
आरोपियों ने खुद को निर्दोष बतायाः वकील
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, वकील धीरज कुमार ने बताया कि न्यायाधीश के समाने तीनों आरोपियों ने खुद को निर्दोष बताया है। इस मामले में पहले से ही महेंद्र यादव और सलीम अंसारी कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुके हैं। वहीं राजपुर थाना ने एक अन्य आरोपी मोतीलाल पांडेय को गिरफ्तार किया है।
इस वजह से किया आत्मसमर्पण
मामले को लेकर राजपुर थाना अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश सिंह के अनुसार पुलिस सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तीनों आरोपियों ने कोर्ट के समक्ष सरेंडर इसलिए किया ताकि कुर्की-जब्ती की कार्रवाई के चलते दबाव बना रहे थे। वहीं पुलिस ने कल यानी रविवार को हत्या के समय इस्तेमाल हुई स्कॉर्पियो को कोचस थाना क्षेत्र से लावारिस हालत में बरामद किया था, जिसके चलते जांच की रफ्तार और तेज हो गई थी।
पुलिस ने आरोपी के मकानों की कुर्की-जब्ती की
पुलिस ने फरार आरोपियों पर दबाव बनाने के लिए संतोष यादव और मनोज यादव के अहियापुर स्थित मकानों की कुर्की-जब्ती की। वहीं धनसोई थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी बटेश्वर यादव के घर में भी कुर्की की तैयारी की गई थी। पुलिस के बढ़ते दबाव और संपत्ति कुर्की की कार्रवाई से घबराकर आरोपियों ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
ये है पूरा मामला
बीते 24 मई को अहियापुर गांव में बालू की गाड़ी रखने को लेकर विवाद हुआ था। यह विवाद इतना बढ़ गया कि गोलीबारी शुरू हो गई। बता दें कि इस घटना में एक ही पक्ष के पांच लोग घायल हो गए और तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
फरार आरोपी के तलाश में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तब तक आरोपी फरार हो गए। घटना के बाद से ही पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी गई थी। थाने की ओर से कुर्की का नोटिस भी दिया गया था। ऐसे में लगातार तीन दिनों तक अभियुक्तों के घर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई जारी रही।
पीड़ित परिवार ने 19 लोगों को किया नामजद
अभियुक्तों के अधिवक्ता धीरज कुमार ठाकुर ने बताया कि अब तक इस मामले में पांच लोग आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जबकि एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीड़ित परिवार ने कुल 19 लोगों को नामजद किया था, जिनमें मुख्य आरोपी संतोष यादव और मनोज यादव दोनों भाई थे।